गत कुछ दशकों से मजारों को मंदिरों की
भांति
महिमामंडित करने का जोरदार अभियान
देश में चल
रहा है। इनके उर्सों पे प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति
तक भाग ले रहे हैं। इनको धार्मिक भेदभाव से
ऊपर
सच्चा मानवतावादी बताया जा रहा है।
हालांकि
इनकी दरगाहों पे जाने वाले 80% पथभ्रष्ट हिन्दू ही
होते हैं। आज आपको ख्वाजा मोईनुद्दीन
चिश्ती के
बारे में बताते हैं।
सिरत अल क़ुतुब के अनुसार इसने 7 लाख
हिन्दुवों को अपने जीवनकाल में मुस्लमान बनाया था।
मजलिस
सूफिया नामक ग्रंथ के अनुसार जब वह मक्का
हज
करने गया तो उसे ये निर्देश दिया गया की
वो हिंदुस्तान जाये और वहां पर कुफ्र के अंधकार
को दूर
करके वहां इस्लाम का राज स्थापित करे।
मारकत
इसरार नमक ग्रंथ के अनुसार इसने तीसरी
शादी एक हिन्दू लड़की को जनरन धर्मान्तरित करके
की थी
वो बेचारी बेबस किशोरी एक हिन्दू राजा
की
पुत्री थी जिसे वह उसके पिता को हराकर
जबरन उठा लाया था। इस बेचारी का नाम चिश्ती ने
उम्मत अल्लाह रखा इससे हुयी पुत्री का नाम
हफिजा जमाल रखा जिसकी मजार चिश्ती
की
ही दरगाह में मौजूद है।
तारिख ए औलिया के मुताबिक ख्वाजा ने अजमेर
नरेश पृथ्वीराज चौहान को मुस्लमान बनने की
दावत
दी। चौहान के इंकार करने पर ख्वाजा ने कहा ये
इस्लाम पर इमान नहीं लाता मैं इसे लश्करे
इस्लाम के हवाले जिंदा गिरफ्तार करवा दूंगा। चिश्ती
ने
मोहम्मद गौरी को भारत पे आक्रमण करने
को
बुलाया। पृथ्वीराज चौहान ने 16 बार गौरी को
युद्ध में हराया और हर बार गौरी कुरान की कसम
खा के पैरों में पड़ जाता और पृथ्वी उसे क्षमा
कर देते
पर 17वें युद्ध में वो जयचंद की गद्दारी के
कारन
पृथ्वी पराजित हुए। गौरी उन्हें बंदी बना ले गया।
हलाकि हिंदू गौरव पृथ्वी ने वहां गौरी को
अपने
शब्दभेदी बाण से मार गिराया।
पृथ्वी के बाद चिश्ती ने अजमेर के सारे
मंदिर तुड़वा दिए और उनके मलबे से एक मस्जिद बनवाई
जिसका
नाम है ढाई दिन का झोपड़ा।
सवाल ये है की यदि चिश्ती वाकई सब
धर्मों को
एक मानता था तो उसने 7 लाख हिंदुओं को जबरन
मुसलमान क्यों बनाया...?
क्या ये मानवता है की एक किशोरी का
जबरन
धर्मपरिवर्तन करा के उससे बलात निकाह
किया जाये...?
उसने गौरी को हिन्दू मंदिरों को तोड़ने को
क्यों
प्रेरित किया...?
ये प्रश्न ऐसे हैं जिस पे हमे गंभीरता से
विचार करना चाहिए। क्या अब भी आप ऐसी दरगाह पे
जायेंगे...?
भांति
महिमामंडित करने का जोरदार अभियान
देश में चल
रहा है। इनके उर्सों पे प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति
तक भाग ले रहे हैं। इनको धार्मिक भेदभाव से
ऊपर
सच्चा मानवतावादी बताया जा रहा है।
हालांकि
इनकी दरगाहों पे जाने वाले 80% पथभ्रष्ट हिन्दू ही
होते हैं। आज आपको ख्वाजा मोईनुद्दीन
चिश्ती के
बारे में बताते हैं।
सिरत अल क़ुतुब के अनुसार इसने 7 लाख
हिन्दुवों को अपने जीवनकाल में मुस्लमान बनाया था।
मजलिस
सूफिया नामक ग्रंथ के अनुसार जब वह मक्का
हज
करने गया तो उसे ये निर्देश दिया गया की
वो हिंदुस्तान जाये और वहां पर कुफ्र के अंधकार
को दूर
करके वहां इस्लाम का राज स्थापित करे।
मारकत
इसरार नमक ग्रंथ के अनुसार इसने तीसरी
शादी एक हिन्दू लड़की को जनरन धर्मान्तरित करके
की थी
वो बेचारी बेबस किशोरी एक हिन्दू राजा
की
पुत्री थी जिसे वह उसके पिता को हराकर
जबरन उठा लाया था। इस बेचारी का नाम चिश्ती ने
उम्मत अल्लाह रखा इससे हुयी पुत्री का नाम
हफिजा जमाल रखा जिसकी मजार चिश्ती
की
ही दरगाह में मौजूद है।
तारिख ए औलिया के मुताबिक ख्वाजा ने अजमेर
नरेश पृथ्वीराज चौहान को मुस्लमान बनने की
दावत
दी। चौहान के इंकार करने पर ख्वाजा ने कहा ये
इस्लाम पर इमान नहीं लाता मैं इसे लश्करे
इस्लाम के हवाले जिंदा गिरफ्तार करवा दूंगा। चिश्ती
ने
मोहम्मद गौरी को भारत पे आक्रमण करने
को
बुलाया। पृथ्वीराज चौहान ने 16 बार गौरी को
युद्ध में हराया और हर बार गौरी कुरान की कसम
खा के पैरों में पड़ जाता और पृथ्वी उसे क्षमा
कर देते
पर 17वें युद्ध में वो जयचंद की गद्दारी के
कारन
पृथ्वी पराजित हुए। गौरी उन्हें बंदी बना ले गया।
हलाकि हिंदू गौरव पृथ्वी ने वहां गौरी को
अपने
शब्दभेदी बाण से मार गिराया।
पृथ्वी के बाद चिश्ती ने अजमेर के सारे
मंदिर तुड़वा दिए और उनके मलबे से एक मस्जिद बनवाई
जिसका
नाम है ढाई दिन का झोपड़ा।
सवाल ये है की यदि चिश्ती वाकई सब
धर्मों को
एक मानता था तो उसने 7 लाख हिंदुओं को जबरन
मुसलमान क्यों बनाया...?
क्या ये मानवता है की एक किशोरी का
जबरन
धर्मपरिवर्तन करा के उससे बलात निकाह
किया जाये...?
उसने गौरी को हिन्दू मंदिरों को तोड़ने को
क्यों
प्रेरित किया...?
ये प्रश्न ऐसे हैं जिस पे हमे गंभीरता से
विचार करना चाहिए। क्या अब भी आप ऐसी दरगाह पे
जायेंगे...?
नहीं लेकिन भारत के हिन्दू नकली है वो अपना मतलब पूरा करने के लिए गधे को भी अपना बाप बना ले तो फिर . . . . .आज के इन्सान का खून मिलावटी है अगर भारत के पूरे मुसलमानों को मार दोगे फिर पंडित राज चलेगा पूरे पंडित मार दोगे दलित राज चलेगा जब तक जात और धर्म रहेंगे तबतक जात के नाम पर लड़ाई चलेगी
ReplyDeletephir to hum bhi yahi kahenge sabhi muslim desho ke sabhi muslims nakli hai. apka ye comment behad hi bhadda aur ghinona hai....
DeleteAll is rubbish
DeleteSharik Ali aapko to Sab rubbish lagega he aapki galti nhi hai sare Muslims ko sachai rubbish he lagti hair.
DeleteFuck u chisty
DeleteWe hindus are very broadminded.we can even goes to masjid also.....but M cannot do this
DeleteBecos they are tuchcha minded.
Main to mootne bhi na janye
Deleteचिस्ती पिसती मानवता धर्म के दुश्मन है
DeleteIndia k muslim sab hindu he they are converted
Deleteये सुवर की अवलाद हैं इसने ही इसने ही हमारे राजा पृथवीराज को मरवाया था गोरी के हाथों
DeleteThis comment has been removed by the author.
DeleteAbhi samajh me aaya ye eniki asliyat
Deleteआप को जातिगत होने की यहाँ जरूरत नहीं है, यही कारण उससमय भी रहा होगा जो आज है,अपमानित होकर जीने से अच्छा है, हम कोई भी विपरीत कार्य करें जो आज हो रहा है, जब किसी बात का आघात दिल पर होता है तब मनुष्य समझता है, चिश्ती की दरगाह नहीं ,मैं किसी भी दरगाह पर नहीं जाता, कारण मैं जानता हूँ, ऐसे ही हिन्दू जागृत होगा तो कोई भी मर्द हिन्दू स्वीकार नही करेगा, जाती कहीं नहीं है योद्धाओं के बीच में, लड़े सब,जो जिगर के मजबूत थे वो अपने प्राणों की आहुति दिए जो कमजोर थे वो मुसलमान बन गए,जिसका ताजा उदाहरण आज भी है जो कब्रिस्तानों पर जाकर माथा टेकते हैं माँ बाप को जूतों से मरते हैं।।
DeleteHindusm sabka aadar karte Hain .......
DeleteYdi nhi karte toh bhosdike tum online jahar nhi ugalte ...
Kahi saamne na bolna warna Kya pataa tu sotaa hi rah jaayega aur Hindu haste rah jaayega
Bhai sab kuchh sahi likha h tumne, let's mention this now to make change
DeleteAre bhai logo Ese articles ka sath doge to aap logo ka hi fayeda uthaya jayega jat Pat ka to ye politician air repoter air in websites walo ka kaam h...
DeleteInsan ka pehele bhi istemal hota rha h or aage bhi Ese hi istemal krte rhege..!
Ye articles jhuth h!
Agr aapko history janni Hi h to apne teachers se jaano!!!
अगर देखा जाए तो भारत में शुरु से ही एकता नहीं थी सच तो यही है कि भारत के लोग बहुत ही मतलबी हैं
ReplyDeleteagar bharat ke log matlabi hai to phir ek baar pakistan aur china bhi ghum aao. pata chal jayega ki wahan ke log matlabi hai ya hindustan ke??
DeleteAgar matlabi hote to,to koi Bharat Ko something ki chidiya nahin kahata.
DeleteAp these log india mai athre hai tabhi yah situation hai india k
DeleteHis thali mai khate ho use mai tukte ho
अरे भाई ये है कोंन चुस्ती फुर्ती
DeleteTere bhagwam ka bap
Deleteअगर देखा जाए तो भारत में शुरु से ही एकता नहीं थी सच तो यही है कि भारत के लोग बहुत ही मतलबी हैं
ReplyDeleteउस समय सर एकता थी आज नहीं है, अगर उस समय एकता नहीं रहती पृथ्वीराज चौहान17 बार जीत कैसे हासिल करते, आज एकता नहीं है उसका कारण है कि अफजल के जनाजे में 50% हिन्दू शिरकत नहीं करते,आज हम जाती में बाट दिए गए केवल अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते, लेकिन और धर्मो में ऐसा नहीं है, उसका कारण एकमात्र है कि हम धर्म प्रति जागरूक नही हैं कमजोर हैं।।
Deleteउस समय आरएसएस नही था अब हैं चिंता मत कीजिये
ReplyDeleteWaw....
DeleteTum logo mein unity isliye hai kyonki tumahra hamesha fate mein rahate hai,ki kahin koi maar na Jaye.....
DeleteHum log sher jaise hai...sher hamesha akela Gionta hai.koi fikar nahin....summary is Broad-minded...n u all are narrow-minded,cheapmantiltu
In the past, india had different empires ruled by different kings.they want to capture other empire to prove themselves more powerful. For that they fought with each other. So there was no unity. Muslim invaders like mughals took benefits of this situation,mughals spreard fear in mind of hindus and tortured them hard. But today we, hindus are fearless.our blood spoils when any Muslim dares to speak against any hindus. If any Muslim tries to speak against hindus in my presence, he will be punished hard and unrecoverable, now Muslim will tremble with terror.
DeleteThis Muslims should be converted to Hindu by marrying their girls to Hindus ,Jai Hind
Deleteउस समय आरएसएस नही था अब हैं चिंता मत कीजिये
ReplyDeleteअब r.s.s. है तो बंगाल में क्या हो रहा है
DeleteDon't worry all is well.
ReplyDeleteHinduo ko jat pat se upar udhna padega
ReplyDeleteBhut hi ghinona article likha hai aur apni bewkoofi ko Nanga sach likh kar tere jaise apni publicity ke liye kisi bhi had tak gir saktay hain....Hazrat Khawaja Moinuddin Chishti sahab ne kisi ko jabran musalmaan nhi banaya aur naa hi koi aur Sufi yeh kaam karta hai. Jaa kar pehle kisi se Sufiyon ke baare mein padhayi-likhayi kar le fir likhna unke bare mein. Khawaja sahab ko ek dharam ka insan nhi ballki har dharam ka, har mazhab ka, har desh ka, har jaati ka aadmi salaam karta hai kyu ke unke dar par tere jaison ke raaz khultay hai aur andhkaar door hota hai. Agar tamaam Dunia ke log Dargah par Sajda salaam ke liye itni door door se pahunchtay hai toh unhei kuch milta hai tabhi pahunchte hain warna koi aaj ke time mein itna bhi free nhi ke 5 minute travel kar ke kahi pahunch sakke.
ReplyDeleteSale ki gand m danda de dunga.... Jake phle khud study kr islam k bare m... Ali sina ki book the understanding Muhammad book pd usme sb likha h or agr tu us book ko glt sabit krta h to tuje 1500000 dollar milenge mr ali sina se. Ja ben k lund
Delete1 hazaar saal pahale to Christi ke paas Gaya tha ya Christi tere ghar pe aaya tha
DeleteBhai Sahab to sanjogita ke bare mein bta do kyu kya hua AAP jaise hi rajputon ne Dalai kr ke Gauri se Dosti ki or pidh me chura v khaya kya Kiya last me Gauri ne dost dost Kah ke dost k bete Ko hi Lal kila ke gate mein bash ke hathiyon se khuchalwaya
Deleteक्यों रे तुझे महारानी संयोगिता की बे इज़्ज़ती भी तेरे सूफ़ी की सूफ़ियत दिखती है कुछ तो हिन्दू होने का फर्ज निभाओ एक बार इतिहास जरूर पड़ लें
DeleteShut your lips,u can not be hundu,and don't have common sense.
Deleteसबको बेवकुफ बना रहा हैं क्या तुझे इतिहास नही पता कि गौरी को उसके भाई जयचन्द ने बुलवाया था ! इसलिए क्योकि वह संयोगिता को पृथ्वीराज उठा ले गया था!अबे जाकर इतिहास पढ़
DeleteMai to apna juta bhi na chhune du aisi jagah. Lanat hai aise hinduo pr jo vaha jaate hai.
ReplyDeleteTo apne sar par juta mar jake sahi se history padh
Deleteभाईयो इतिहास गवाह है। आज तक किसी भी मुसलमान को हिंदुओ के मदिंर मे जाता देखा है..?? या किसी मुसलमान को राम राम करते सुना है.?? पर न जाने कितने हिन्दू है। जो मुस्लिम मजारो पर जा कर माथा टेकते है। । वेसे तो मुसलमान बोलते हैं। के बुत को नही पुजते वो हराम है। पर मजारे भी तो एक पत्थर ही है। फर्क इतना है। के हिंदू के मदिंरो मे पत्थर एक शक्ल के रूप मे है। ।पर मजार मे बिना शक्ल के
ReplyDeleteHa Maine Muslim ko ram ram kehte suna h..purani bate jinke bare m hum jante b nhi such h ya jhut in bato ki vajah see hum apne dilo m nafrat pale.ye b sahi nhi h..
Deleteमक्का व मदीना का पुराना नाम मकेश्वर महादेव था क्योकि यह एक विश्व प्रसिंद्ध शिव जी का मंदिर था। जिसे तोड़ कर दरगाह बनाई गई। अगर विश्वास नही हो तो ईतिहास खोलकर देखें। Youtube और Google पर इसके बहुत सारे प्रमाण मोजूद है। आजकल प्रेम का प्रतीक माना जाने वाले ताज महल का असती नाम तेजो महालय था जो कि एक शिवालय था। जल की बूंदे शिवलिंग पर गिरती थी जिसे तोड़ कर मकबरा बनाया गय।
ReplyDeleteआपके दोनों कथन सशब्द सही है।🙏👌👍
DeleteYa u r right....Mandir tudwa k masjid or tazmehal bna..
DeleteModi ji or yogi ji akele kya karenge.....,... Mere pyare bhaiyo apne andar akta lao or in kat-mullo ki ma ben ek kar do............
ReplyDeleteJuta khayega
Delete7 lakh hi kia jab raja tha to sab ko kra sakta tha 1001 1707 tak rahi muslim hukumat chahta to sab ko muslim kra dete
ReplyDeleteItni uski aukat nhi thi ki Rajputo k hote hue aage badhe......
DeleteItni kha gand m dm thi..tum gandu log bn gye. .baki lde or mre but bdle nhii tujh m bhi kisi hindu ka blood h but gandu nikla
DeleteFaraz to akela nahi teri teri kaum ke jyaadaater log bewkoof hein, aur raheingey bhi aise hi kyonki vo samjhna nahi chaahte. Ye tathya aadhaarit hai ki muslim invaders ne hindus ko khof dikha kar zabran dharm badal wayaa hai, dusari baat ye ki ki agar aur jyaada logo ka dharm badalne ko majboor karta to sabhi hind Raja aur poori janta oonka virodh kardeti,jisse mughal apni saltnat kho deti. Eesi kaaran vo sbhi ka dharm nahi badlwa sake. Kyaa tumhe ye pataa, guru teg bahadur ka sir islaam kabool nahi karne ke kaaran kaat diya gaya thaa,tumhe sachaai maanani hi hogi. Nahi to apni zindag kharab samjho tum,
DeleteNafrat kaise failai jati hai....aur log jhuthi baato pr kitna zahar ugalte hain.... Angrezo ne yu hi gulam banaya... Aur luta... Divide and rule.... Ye politics hai...
ReplyDeleteJhoot aur bakwas hai puri story. Apni nakami ko chhupane ka achchha bahana hai.
ReplyDeleteBhai agar kisi bhi bakaya ka sach banana ho to purane books ki madad lo social site par lagbhag fake aur bakvas jankari hota hai magar ye sach hai ki Hindu rajao ki namargi ne hi muslamano ki Hindustan ko phalne phulane diya magar aaj Hindustan me jitne bhi muslman hai unme 95% log bebas aur lachar Hindu hi hai jinme ladne ki takat this ve ya to Sikh ban gaye ya kattar Hindu
ReplyDeleteKai moko par to bramno be bhi sanatan dharm ko Barbados kar diya dogle raputo ne bhi janta ko dhokha diya kaise jaychandra ne cauhan ko diya
Bhai agar kisi bhi bakaya ka sach banana ho to purane books ki madad lo social site par lagbhag fake aur bakvas jankari hota hai magar ye sach hai ki Hindu rajao ki namargi ne hi muslamano ki Hindustan ko phalne phulane diya magar aaj Hindustan me jitne bhi muslman hai unme 95% log bebas aur lachar Hindu hi hai jinme ladne ki takat this ve ya to Sikh ban gaye ya kattar Hindu
ReplyDeleteKai moko par to bramno be bhi sanatan dharm ko Barbados kar diya dogle raputo ne bhi janta ko dhokha diya kaise jaychandra ne cauhan ko diya
Bhai agar kisi bhi bakaya ka sach banana ho to purane books ki madad lo social site par lagbhag fake aur bakvas jankari hota hai magar ye sach hai ki Hindu rajao ki namargi ne hi muslamano ki Hindustan ko phalne phulane diya magar aaj Hindustan me jitne bhi muslman hai unme 95% log bebas aur lachar Hindu hi hai jinme ladne ki takat this ve ya to Sikh ban gaye ya kattar Hindu
ReplyDeleteKai moko par to bramno be bhi sanatan dharm ko Barbados kar diya dogle raputo ne bhi janta ko dhokha diya kaise jaychandra ne cauhan ko diya
Gala likha hai
ReplyDeleteBilkul galat h ye...100percent glat
ReplyDeleteJise makkeswar bolte hai ap us kaba nirman hazrat Ibrahim aur unke bête hazrat Ismaeel ne kiya kya jante hai ap kaba ke bare me ibrahim ke bare me parh lena pta chal jayega 3 dharmo k janak free k net ne buddhi bhrast kr di h
ReplyDeleteAcha to tum logon ne you tube ko ishwriya granth hi man liya hai aur sare news sach hain! To aaj kal news men aa raha hai-sab ke account men aa gaye 1500000 Rupiye to sach hi hoga jakar nikal lo
ReplyDeleteSaale chutiya ho kya
ReplyDeleteEk baat mein daave ke saath kah sakta hu, aur saabit bhi kar sakta hu ki islaam duniya mein 1 number kaa mazahab hai jisko maanane waale 90% log bewkoof hai, ye log true argument ki taaqt hi nahi rakhte.
DeleteYe sali kaum hi ghatiya hai agar musalmano ka bhadda itihas padoge to ghin ayegi inse ese logo pr dhikkar hai jo ese chishti ko mante hai behad ghatiya insan tha
ReplyDeleteअगर गोडसे का नाम लेना जुर्म है तो चिश्ती पर रोक लगनी चाहिए इसकाम मजार तुरंत बंद करना चाहिए
ReplyDeleteभारत के लोग अगर मतलबी और लालची नहीं होते तो कभी मुस्लिमों का प्रवेश हमारे देश में नहीं होता 600 साल मुस्लिमों ने राज करा सिर्फ हिंदुओं की आपसी मतलबी और लालच की वजह से उसके बाद अंग्रेजों ने राज करा सिर्फ इसी वजह से के हिंदू हमेशा से लालची और मतलबी रहा है
ReplyDeleteYar kisi b dharm k liye nafrat palne ka koi MATLAB nhi..kya Muslim be mandir tudwaye pr jisne kiya wo Mr chuke h..insaan acha or bura hota h.dharm nhi...Hindustan m aaj aise Muslim h Jo Pakistan ki barbadi se khus note h kitne hi muslimo ne 370 hatne p khusi jatai.wo tym chala gya wo log chale gye...Ab man m nafrat palke kyu jina
ReplyDeleteकुछ विद्वानों का मत है कि, "जयचन्द के शिलालेखों में कहीं भी संयोगिता का उल्लेख नहीं प्राप्त होता है। एवं उसके अस्तित्व के भी कोई प्रमाण न होने से वह एक काल्पनिक पात्र मानी जाती हैं"। जो विद्वान् संयोगिता के ऐतिहासिक पात्र होने के विषय पर प्रश्नार्थचिह्न करते हैं, उनमें डॉ. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा की गणना होती है। डॉ ओझा का मत है कि, जयचन्द के शिलालेखों में या ताम्रपत्रों में कहीं भी संयोगिता का वर्णन नहीं है और रम्भामंजरीमहाकाव्य में और हम्मीरमहाकाव्य में संयोगिता का उल्लेख प्राप्त नहीं होता है। अतः सोलहवीं शतब्दी के किसी भाट की कल्पना थी संयोगिता का पात्र है [3]।
ReplyDeleteअन्य इतिहासविदों का कथन है कि, रम्भामंजरीमहाकाव्य में और हम्मीरमहाकाव्य में संयोगिता का वर्णन नहीं है ओझा-महोदय ने कहा। परन्तु उन ग्रन्थों में पृथ्वीराज के विवाहों का उल्लेख ही नहीं है। जिससे पृथ्वीराज के विवाह नहीं हुए थे ये कह नहीं सकते।
Totally confused .
ReplyDeleteMujhe ajmer sarif ka jo naeemuddin chishti hai uska aur history janana hai.
ReplyDeleteKaise milegi history .
रामायण में सभी राक्षसों का
Deleteवध हुआ था।
लेकिन💥 सूर्पनखा का वध
नहीं हुआ था
उसकी नाक और कान काट
कर छोड़ दिया गया था ।
वह कपडे से अपने चेहरे को छुपा कर
रहती थी ।
रावन के मर जाने के बाद वह
अपने पति के साथ शुक्राचार्य
के पास
गयी और जंगल में उनके आश्रम में रहने लगी ।
राक्षसों का वंश ख़त्म न
हो
इसलिए, शुक्राचार्य ने शिव
जी की आराधना की ।
शिव जी ने
अपना स्वरुप शिवलिंग
शुक्राचार्य को दे कर कहा की जिस दिन
कोई "वैष्णव" इस पर
गंगा जल चढ़ा देगा उस दिन
राक्षसों का नाश हो जायेगा ।
उस आत्म लिंग को शुक्राचार्य
ने वैष्णव मतलब हिन्दुओं
से दूर रेगिस्तान में स्थापित
किया
जो आज अरब में
"मक्का मदीना" में है ।
सूर्पनखा जो उस समय चेहरा
ढक कर रखती थी वो परंपरा
को उसके बच्चो ने पूरा
निभाया ओर आज भी
मुस्लिम औरतें चेहरा ढकी
रहती हैं।
सूर्पनखा के वंसज
आज मुसलमान कहलाते हैं ।
क्यूँकी शुक्राचार्य ने इनको
जीवन दान
दिया , इस लिए ये शुक्रवार
को विशेष
महत्त्व देते हैं ।
पूरी जानकारी तथ्यों पर आधारित सच है।⛳
जानिए इस्लाम कैसे पैदा हुआ..
👉असल में इस्लाम कोई धर्म नहीं है .एक मजहब है..
दिनचर्या है..
👉मजहब का मतलब अपने
कबीलों के गिरोह को बढ़ाना..
👉यह बात सब जानते है की मोहम्मदी मूलरूप से अरब
वासी है ।
👉अरब देशो में सिर्फ रेगिस्तान पाया जाता है.वहां जंगल नहीं है,
पेड़ नहीं है. इसीलिए वहां
मरने के बाद जलाने
के लिए लकड़ी न होने के
कारण ज़मीन में दफ़न कर
दिया जाता था.
👉रेगिस्तान में हरीयाली
नहीं होती.. ऐसे में रेगिस्तान
में हरा चटक रंग देखकर
इंसान चला आता की यहाँ
जीवन है ओर ये हरा रंग
सूचक का काम करता था..
👉अरब देशो में लोग
रेगिस्तान में तेज़ धुप में
सफ़र करते थे, इसीलिए
वहां के लोग सिर को
ढकने के लिए
टोपी 💂पहनते थे।
जिससे की लोग बीमार न पड़े.
👉अब रेगिस्तान में खेत
तो नहीं थे, न फल, तो
खाने के लिए वहा अनाज
नहीं होता था. इसीलिए वहा
के
लोग 🐑🐃🐄🐐🐖जानवरों
को काट कर खाते थे. और अपनी भूख मिटाने के लिए
इसे क़ुर्बानी का नाम दिया
गया।
👉रेगिस्तान में पानी की
बहुत कमी रहती थी,💧
इसीलिए लिंग (मुत्रमार्ग)
साफ़ करने में पानी बर्बाद
न हो जाये इसीलिए लो
ग खतना
(अगला हिस्सा काट देना ) कराते
थे।
👉सब लोग एक ही कबिलो के
खानाबदोश होते थे
इसलिए
आपस में भाई बहन ही
निकाह कर लेते थे।
👉रेगिस्तान में मिट्टी
मिलती नहीं थी मुर्ती बनाने
को इसलिए मुर्ती पुजा नहीं
करते थे| खानाबदोश थे ,
👉 एक जगह से दुसरी जगह
जाना पड़ता था इसलिए
कम बर्तन रखते थे और एक थाली नें पांच लोग खाते थे|
👉कबीले की अधिक से
अधिक संख्या बढ़े इसलिए
हर एक
को चार बीवी रखने
की इज़ाजत दी जाती थी
..
🔥अब समझे इस्लाम
कोई धर्म नहीं मात्र एक कबीला है..
और इसके नियम असल में इनकी दिनचर्या है ।
नोट : पोस्ट पढ़के इसके
बारे में सोचो।
#इस्लाम_की_सच्चाई
अगर हर हिँदू माँ-बाप अपने बच्चों को बताए कि
अजमेर दरगाह वाले ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती
ने किस तरह इस्लाम कबूल ना करने पर पृथ्वीराज चौहान की पत्नी संयोगिता को मुस्लिम सैनिकों के
बीच बलात्कार करने के लिए निर्वस्त्र करके फेँक दिया था ।
और फिर किस तरह
पृथ्वीराज चौहान की वीर
पुत्रियों ने आत्मघाती बनकर मोइनुद्दीन चिश्ती को
72 हूरों के पास भेजा
था ।
तो शायद ही कोई हिँदू उस मुल्ले की कब्र पर माथा पटकने जाए
"अजमेर के ख्वाजा
मुइनुद्दीन चिश्ती को ९०
लाख हिंदुओं को इस्लाम
में लाने का गौरव प्राप्त
है ।
मोइनुद्दीन चिश्ती ने ही मोहम्मद गोरी को भारत लूटने के लिए उकसाया और आमंत्रित किया था...
(सन्दर्भ - उर्दू अखबार
"पाक एक्सप्रेस, न्यूयार्क
१४ मई
२०१२).
Bilkul sachai h in bato m.
DeleteDimagiroop se kamjor aur arthikroop se pichade hue logon ka hi dharm parivartan sambhav Ho pata hai.agar inki sankhya jyada ho jaaye to ye dharm parivartan karane ke liye kaun kharaba v kar sakte hain, iska udaharan aap Pakistan mein dekh sakte ho vah Hindu ka astitva hi khatm ho gaya hai aur yahi hal agar Bharat mein rahe unki jansankhya badati Rahi to ek din Ham sabko katam kar denge.
दुर्भाग्य की हिन्दू अपनी कोम का सगा नही लाना हैं ऐसे हिन्दुओ पर, एक सच्चे हिन्दू के लिये https://newsajorkal.blogspot.com/
ReplyDeleteTu chodu 1100 me jinda tha jo eshi bat bol rha h
ReplyDeleteHindustan ke Raja KGN
ReplyDeleteKhwaja monudin chisty
श्री राम जय राम जय जय राम
DeleteAjmer is king fakir k rup me allh ne bhja or woh wha k king bne kgn.
ReplyDeleteOr y jisne bhi likha h naga sach y hata do plz me apse guzarish kerta hu k apko pta na ho to kise k bare me esha ni likhna chiye or sab jante real histry k abhi kon king h or kya h or uper wala bhi sachai ki jit chahta h to usne pruthvi ko sajye mot di allah hafiz
ReplyDeleteFirst of all he is not an ordinary person. Kamse Kam tamiz se bat Karna to Sikh lo respect se name likho . Ye isne isne kya laga rakha hai
ReplyDeleteAnd second apna article likhne se pehle Puri sachchhi jan lo fir likhna article
90 lakh Indians lo unhone Muslim banaya tha and vo sab apni marji se musalman bane the
Aur ha jabarjasti kisko islma kabool karavana ye hamara dharma Nahi kehta jiska kehta ho uski sachchhai batao
नमस्कारम हा ये सही है कि वह इंसान इक सूफी संत के नाम पर कलंकित है
ReplyDeleteवह इंसान अगर सच्चा मुसलमान होता
या सच्चा सूफी संत होता तो ना तो वो जबरन किसी को धर्म बदल वाता ओर ना ही किसी इस्त्री को नग्न होने देता
वह संत के नाम पर धब्बा है
में कह रहा हूं हर मुस्लिम को ये जानना चाहिए ।
की उसकी दरगाह पर जाने से पहले उसका इतिहास जान ले
हमे ऐसा इंसान नहीं बनना जो संत के नाम पर एक धब्बा हो
नमस्कार प्रणाम
Waahhh सच्चाई जान कर दिमाग हिल गया
ReplyDeleteKuch great logo ko ye baat Galat LG rhi h..par ye 100% Sach h....ye ek kadwa Sach h hamre ateet ka...par jinke purkho ne ye ghatiya kaam Kiya h..Unke andar itni himmt nhi h ki wo is baat ko except kre...Jo nhi maante just go to hell 😠😠
ReplyDeleteAjmer ke dargah ke kadhim logo ne 106 hindu ladkio ka rape kiya tha...jisko ajmer sex kand bola jata hai..
ReplyDeleteYe page edit kiya gya hai date aur time k according aur Islam kabul krne walo k uper koi jor jabrjasti nhi thi kewal is dharm se releted massge pahuchana ek dusre ka tha edit krke logo ko bhadkane ka kaam editor kr rhe hai behter hgaa puri sachchai nichodi jaye aur Wikipedia per dala jaye.
ReplyDeleteIt's all because Muslims KO unke dharam or history ke bare Mai batane ke liye madrase hai , kayi badi university Mai Islamic centre hai but hindus KO na to temples Mai or na hi Kisi university Mai alag se koi center haijanha wo Apne dharam ke bare Mai theek se Jaan sake
ReplyDeleteall liess... khwaja moinuddin came to India a few years after the death of prithviraj chauhan. #hate spreading article
ReplyDeleteBehatar hoga ki apne - apne dharmo me dekho ki kitni gandgi machi hui hai..... kisi musalman ke dharm me ghusne ki jarurt nhi hai......
ReplyDeleteKabhi apne dhrm me bhi apne bhagwamo ki history dekh lo jo raaslila karte firte the..... fr dusro par ilzaam lagao.....
ReplyDeleteChisti was spy of Gauri.
ReplyDeleteChisti was spy of Gauri.
ReplyDeleteIsko itihash me padhana chahiye ye sachchai nai janreshan ko pta hi nhi hai isliye sb baha jate h
ReplyDeleteIt's right। Muslims indeed marry their own brothers and sisters and have sex with them ।I have many Muslim girls as friends and they have converted to Hinduism afte their marriage
ReplyDeleteसच बाहर लाने का शुक्रिया भाई आपका
ReplyDeleteयह बात हिंदुओं को समझना होगा
ReplyDeleteFek history h gando ye
ReplyDeletePura itehash pado ma me lode fir comment Karna bhostibalo madharchodo
Gando hi salo
ReplyDeleteBakbash h ye sab
ReplyDeletehttps://archive.org/details/islami-jihad-hindi
ReplyDeleteमौका मिले तो इस बुक को जरूर पढ़िए M A KHAN KE द्वारा लिखा गया है इसमें इस्लाम की वास्तविकता की झलक दिखती है ।