स्वदेशी अपनाओ देश को आर्थिक रूप से मजबूत करो..

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आज ग्रीस कंट्री के बारे में अगर पढ़ा हो और समझ सके हो की किस स्तिथी से वो देश आज गुजर रहा है,कारण विदेशी कम्पनियो का बढ़ता प्रभाव और सरकार द्वारा वर्ल्ड बैंक और आई०एम्०ऍफ़० से लिया गया लोन और उसको न चुकाना।आज और भुगतना वहां की आम जनता को पद रहा है 7 दिन तक वो किसी भी बैंक या ATM से कोई पैसा नहीं निकाल पाएंगे,आप सोचिये जाने किस तरह वहां के लोगो का जीवन चलेगा।जिम्मेदार वहां की जनता भी है जो अपने देश की  वस्तुओ का इस्तेमाल न करके विदेश की बानी वस्तुओ का इस्तेमाल करती आयी है,जिसकी वजह से अपने देश का बहुत सारा पैसा विदेश चला जाता है और वो पैसा डॉलर में ही बदल कर जाता है क्योकि अंतरास्ट्रीय मुद्रा डॉलर ही है यदि आपके देश के पास डॉलर नहीं है तो आपको वर्ल्ड बैंक से उधार लेकर उस देश को उसके मुनाफे का पैसा देना पडेगा।एक तो आपके देश से पैसा गया दूसरा आपके ऊपर कर्ज भी हुआ जिसका ब्याज भी आप ही को देना है अब आपका डबल नुक्सान शुरू हो जाता है और यह प्रक्रिया अगर लगातार चलती है तो वही  हाल होता है जो ग्रीस का हुआ,हम सब भी इसी   दिशा में बहुत तेजी से बढ़ रहे है विदेशी कम्पनियो का सामान,और जबरदस्ती कूड़ा करकट को ब्रांड समझकर खरीदते है,और अपने आप को समझदार और खोखले दिखावे वाले लोगो की श्रेणी में लाकर खड़ा कर लेते है,जिसमे हमारी कमाई का अधिकतर पैसा खर्च होता है।यदि हम किसी भी विदेश की कंपनी का बिजनेस बढ़ाने की भूल करते है तो हम पर भी यही फार्मूला लागू होता है

    आज इस देश को बलिदानियो की कम आवश्यकता है,जरुरत है आज उन लोगो की जो समझदारी पूर्वक अपने देश कंपनी के द्वारा बना सामान इस्तेमाल करे,जिससे आपके द्वारा खर्च किया गया सारा पैसा अपने ही देश में रहेगा जो आपके और आपके बच्चों के भविष्य में काम आएगा
   आप कुछ भी सामान खरीदने जा रहे है प्रयास करे और पता करे की जिस प्रकार का सामान हम खरीदने जा रहे है क्या कोई भारतीय कंपनी भी उसे बनाती है क्या। यदि बनाती है तो आप उसे ही ख़रीदे या अपने गाँव या घर के आस पास का बना सामान ही ख़रीदे क्योकि

सामान स्वदेशी होगा
सस्ता भी होगा
अपने देश को आर्थिक रूप से मजबूत करेगा
आपको एक गर्व की अनूभूति देगा

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Peace if possible, truth at all costs.

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