10 सवाल,जिसका उत्तर अल्लाह के पास भी नहीं

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१. अगर एक नमाज़ पढ़ते हुए शिया को आत्मघाती हमले में एक सुन्नी बम्ब से
मार डाले तो दोनों में से जन्नत कौन जायेगा और दोज़ख में किसे
प्रवेश मिलेगा ??
२. अल्लाह का एक नाम रहीम हैं अर्थात रहम करने वाला, यह बताओ की अल्लाह को क्यूँ रहम नहीं आता की जो ईद के दिन अपनी खुशामद के लिए लाखों निरपराध प्राणियों की गर्दन पर तलवार चलवा देता हैं ??
३. अगर कुरान के अनुसार अल्लाह ने सभी जानवरों को भोजन के लिए बनाया हैं तो फिर क्यूँ गर्दन काटते समय सभी जानवर चिल्लाते हैं, रोते हैं और उन्हें दर्द होता हैं, क्यूँ अपनी प्राण रक्षा करने के लिए प्रयास करते हैं, अल्लाह की बनाई हुई सृष्टी में कोई दोष नहीं हैं फिर यह दोष क्यूँ ??
४. विकासवाद को अधर बनाकर मुस्लिम लोग कहते हैं की वेद पुराने समय के लिए थे आज के लिए कुरान हैं, चलो एक बार विकासवाद को भी मान लेते हैं फिर यह बताओ की कुरान के आने के बाद मनुष्य का विकास क्यूँ रुक गया ??
५. माँस खाने के पीछे कुतर्क देते हैं की अगर जानवरों को नहीं खायेगे तो वे इतने बढ़ जायेगे की धरती पर स्थान नहीं बचेगा, कल को मनुष्य की जनसँख्या का भी यही समाधान आप लोगो ने ढूंढा हैं क्या ??
६. ओसामा बिन लादेन की लाश को मरने के बाद समुद्र में फैक दिया गया और उसकी लाश को मछलियाँ खा गई, अब यह बताओ कयामत के दिन किस कब्र से उसकी रूह हिसाब किताब देने के लिए निकलेगी ?? मतलब ओसामा बिन लादेन को न जन्नत मिली न दोज़ख...
७. अगर एक १ वर्ष का बच्चा अकाल मृत्यु से मर जाये तो जन्नत में जाकर वह जवान ७२ हूरों की क्या गोदी में खेलेगा ?? अगर हाँ तो उन हूरों की प्यास कौन ??
८. इस्लाम को मानने वालो के अनुसार मुहम्मद साहिब बड़े-बड़े चमत्कार दिखाते थे जैसे चाँद के दो टुकड़े करना इत्यादि, जब मुहम्मद साहब के नवजात लड़के की अकाल मृत्यु हो गई तब वह क्यूँ फुट-फुट कर रोये, अपने बच्चे को चमत्कार से वापिस जिन्दा क्यूँ नहीं कर दिया ??
९. मुहम्मद साहिब ने ३२ निकाह स्वयं किये और अनेक गुलाम बंदियाँ को पनाह दी मगर उन्होंने एक पाक मुस्लमान के लिए ४ ही निकाह क्यूँ बताये ??
१०. गुलाम बनाने की कुप्रथा विश्व में केवल और केवल इस्लाम मत की धर्म पुस्तक और इतिहास मं मिलती हैं, मानवाधिकार के तराजू में इस कुप्रथा को किस आधार पर सही ठहराया जा सकता हैं ??
गवाह न.84 --जब दुनिया की 90 प्रतिशत अच्छी चीजे मुसलमानों के लिए हराम ही है.तब अल्लाह ने कुरान में कैसे लिखवा दिया की सारी चीजे मै मुसलमानों के आराम के लिए बनाया हूँ.आईये देखते है की अल्लाह ने क्या क्या मुसलमानों के लिए हराम कर रखा है.
1-संगीत सुनना,सभी प्रकार के बजने वाले यन्त्र,मोबाइल,कैमरा,टीवी आदि हराम है.
2-चित्र,फोटो खीचना और फोटो रखना,महापुरुषों और देवताओ
का चित्र देखना हराम है.
3-मूर्ति बनाना,मूर्ति देखना,मूर्ति पूजा करना हराम है.
4.गूगल,फेसबुक हराम है.
5-संस्कृत के शब्द,संस्कृतभाषा में लिखा हुआ पढना,संस्कृत के श्लोक हराम है.
6-सूर्य का दर्शन करना,मंगल ,बुध सहित सारे ग्रहों का नाम लेना,सारे नक्षत्रो का नाम लेना तथा astronomy खगोलशात्र की पढाई भी हराम है.
7-अरब के कबीलों में 1400 साल पहले जो खाने पिने की चीजे पाई जाती थी.उसको छोड़कर बाकि सभी खाने की चीजे हराम है.
8-कुरान में जो दवाई लिखी है.उसको छोड़कर आधुनिक दवाईया,अस्पताल,आयुर्वेदिक दवाई हराम है. मुहम्मद ने ज्यादातर बीमारी का इलाज ''थूक'' से करता था.
9-मदरसा की पढाई के अलावा बाकि सभी पढाई जैसे इंजीनियरिंग,MBBS, MBA,मैथ,CA,Astronomy,SPACE SCIENCE आदि सब हराम है.
10-गैर मुस्लिमो की हत्या करना जायज है.किन्तु रक्तदान हराम है.
10-वायुयान,अंतरिक्ष यात्रा,बस,रेल,कूलर,जहाज,मोटरसाइकिल, कार, कम्पुटर इत्यादि कुरान में नहीं लिखा है.ये सब भी हराम ही होगे.क्योकि कुरान में नहीं लिखा है. --निष्कर्ष -जो जो चीजे कुरान में नहीं लिखा है.वह सभी मुसलमानों के लिए हराम है.
--जो जो कुरान में लिखा है,सिर्फ वही चीजे अरब के अल्लाह ने अरबी लोगो के लिए बनाया होगा...बाकि सभी चीजे ''भोलेनाथ शिव'''ने सम्पूर्ण मनुष्य के लिए बनाया है. ---जब सारी अच्छी चीजे मुसलमानों के लिए हराम ही है,तो अल्लाह ने किसके लिए यह सब बनाया था.सारी अच्छी चीजे तो गैर मुस्लिमो और काफिरों के लिए है, ये तो पूरा का पूरा मुसलमानों के साथ धोखा हुआ है...
आखिर इतनी सारी हराम की चीज अल्लाह ने क्यों बनाया - इससे साबित होता है की मुहम्मद ने अरब के कबीलों का रहन सहन कुरान में लिख दिया है....इस्लाम सिर्फ अरब का क्षेत्रीय मजहब है
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1Comments

Peace if possible, truth at all costs.

  1. स्वामी विवेकानन्द
    ऎसा कोई अन्य मजहब नहीं जिसने इतना अधिक रक्तपात किया हो और अन्य के लिए इतना क्रूर हो । इनके अनुसार जो कुरान को नहीं मानता कत्ल कर दिया जाना चाहिए । उसको मारना उस पर दया करना है । जन्नत ( जहां हूरे और अन्य सभी प्रकार की विलासिता सामग्री है ) पाने का निश्चित तरीका गैर ईमान वालों को मारना है । इस्लाम द्वारा किया गया रक्तपात इसी विश्वास के कारण हुआ है ।

    कम्प्लीट वर्क आफ विवेकानन्द वॉल्यूम २ पृष्ठ २५२-२५३

    गुरु नानक देव जी
    मुसलमान सैय्यद , शेख , मुगल पठान आदि सभी बहुत निर्दयी हो गए हैं । जो लोग मुसलमान नहीं बनते थें उनके शरीर में कीलें ठोककर एवं कुत्तों से नुचवाकर मरवा दिया जाता था ।

    नानक प्रकाश तथा प्रेमनाथ जोशी की पुस्तक पैन इस्लाममिज्म रोलिंग बैंक पृष्ठ ८०







    महर्षि दयानन्द सरस्वती
    इस मजहब में अल्लाह और रसूल के वास्ते संसार को लुटवाना और लूट के माल में खुदा को हिस्सेदार बनाना शबाब का काम हैं । जो मुसलमान नहीं बनते उन लोगों को मारना और बदले में बहिश्त को पाना आदि पक्षपात की बातें ईश्वर की नहीं हो सकती । श्रेष्ठ गैर मुसलमानों से शत्रुता और दुष्ट मुसलमानों से मित्रता , जन्नत में अनेक औरतों और लौंडे होना आदि निन्दित उपदेश कुएं में डालने योग्य हैं । अनेक स्त्रियों को रखने वाले मुहम्मद साहब निर्दयी , राक्षस व विषयासक्त मनुष्य थें , एवं इस्लाम से अधिक अशांति फैलाने वाला दुष्ट मत दसरा और कोई नहीं । इस्लाम मत की मुख्य पुस्तक कुरान पर हमारा यह लेख हठ , दुराग्रह , ईर्ष्या विवाद और विरोध घटाने के लिए लिखा गया , न कि इसको बढ़ाने के लिए । सब सज्जनों के सामन रखने का उद्देश्य अच्छाई को ग्रहण करना और बुराई को त्यागना है ।।

    सत्यार्थ प्रकाश १४ वां समुल्लास विक्रमी २०६१

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