ये लो मित्रों ..शीला आन्टी भी प्रतिभा पाटिल की तरह पवित्र राजघराने में बर्तन,कपडे,और खाना बनाने वाली नौकरानी निकली !
इस मोहतरमा के सो काल्ड ससुर घनश्याम दीक्षित जो कानपूर के पास के उगा गाँव के रहने वाले थे उसी मुबारक अली के इसरत मंजिल यानि आनन्द भवन में रसोइया का काम करते थे जिनको बाद में राज्यपाल बना दिया गया
इस मोहतरमा के सो काल्ड ससुर घनश्याम दीक्षित जो कानपूर के पास के उगा गाँव के रहने वाले थे उसी मुबारक अली के इसरत मंजिल यानि आनन्द भवन में रसोइया का काम करते थे जिनको बाद में राज्यपाल बना दिया गया
और
इस नौकरानी को जिसे लोग शीला दीक्षित कहते हैं गोरखपुर के पास किसी गाँव
से आनंद भवन ले गए थे "आनंद भवन" में इनको किस "... आनंद.." के लिए ले जाया
गया था यह तो यही जानें पर बहुत बाद तक ये सोनिया की रसोई संभालती रही थी
अब जो मैडम के लिए गौ मांस अच्छी तरह पका सके वह दिल्ली की मुख्यमंत्री का पद कैसे नहीं सम्भाल सकती ..
जहाँ अरबों रुपयों की हांडी पकती है भ्रष्टाचार के चूल्हे पर
इस बर्तन मांजने वाली शिल्लू कव्वाल का यह फ़ोटो उस झूठ को खोल कर रख देता है जो कहते हैं यह जीसस एंड मैरी कान्वेंट तथा मिराण्डा हाऊस में पढ़ती थी... उच्च शिक्षा प्राप्त की थी....
अब जो मैडम के लिए गौ मांस अच्छी तरह पका सके वह दिल्ली की मुख्यमंत्री का पद कैसे नहीं सम्भाल सकती ..
जहाँ अरबों रुपयों की हांडी पकती है भ्रष्टाचार के चूल्हे पर
इस बर्तन मांजने वाली शिल्लू कव्वाल का यह फ़ोटो उस झूठ को खोल कर रख देता है जो कहते हैं यह जीसस एंड मैरी कान्वेंट तथा मिराण्डा हाऊस में पढ़ती थी... उच्च शिक्षा प्राप्त की थी....
Peace if possible, truth at all costs.