साईं के बारेमे कुछ तथ्य..

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बाबा 16 वर्ष की आयु में सर्वप्रथम दिखाई पड़े (साँईँ सत्चरित्र अध्याय 4) ।
निम्न प्रति साँईँ सत्चरित्र अध्याय 4 की है !
लिखा है "वह 16 वर्ष की आयु में ब्रह्मज्ञानी था व किसी लोकिक पदार्थ की इच्छा न थी, और भी बहुत बड़ाई की गई है ! "- इसे भी आगे हल करेंगे
जब पहलेपहल बाबा शिर्डी में आए थे तो उस समय उनकी आयु केवल 16 वर्ष की थी ! वे शिर्डी में 3 वर्ष तक रहने के पश्चात कुछ समय के लिए अंतर्धान हो गये ।
कुछ समय उपरांत वे ओरंगाबाद (निजाम स्टेट ) में प्रकट हुए और चाँद पाटिल के बारात साथ पुनः शिर्डी पधारे । उस समय उनकी आयु 20 की थी । (अध्याय 10 )

16 वर्ष आयु में दिखे, 3 वर्ष शिर्डी में रहे
16 +3 =19 वर्ष ।
19 वर्ष की आयु में फिर कहीं निकल गये ।
और जब बारात के साथ आए तो आयु 20 वर्ष थी । मतलब पुरे 1 वर्ष (365-366 दिन) गायब रहे ।
"19 वर्ष की आयु में गायब रहे" -ये बात याद रखना भाइयों !
बारात के साथ किस प्रकार आये इसका वर्णन निम्न प्रकार से है :--
निम्न प्रति साँईँ सत्चरित्र अध्याय 5 की है ध्यान से पढ़े :--
उपरोक्त वर्णन में 19 वर्ष के युवक को फ़क़ीर, मानव, व्यक्ति कहा गया है ! ........................झूठ नं 2
उपरोक्त से यह भी स्पष्ट है की बाबा 19 वर्ष की आयु में चिलम पिना सिख गया और सारी नाटक बाजी करना भी ॥ पहले खुद पि फिर चाँद पाटिल को भी पिलाई !
वे अपनी युवावस्था में चिलम के अतिरिक्त कुछ संग्रह(इकठ्ठा) न किया करते थे {अध्याय 48}
मस्जिद में पड़े बीड़ियाँ/तम्बाकू का सेवन किया करते थे - ऐसा तो कई जगह आया है इस पुस्तक में !
"वह 16 वर्ष की आयु में ब्रह्मज्ञानी था व किसी लोकिक पदार्थ की इच्छा न थी"....................................झूठ नं 3
और 3 वर्ष पश्चात (19 वर्ष आयु में) वह ज्ञानी बालक एकदम बिगड़ गया जैसा की आप उपर अध्याय 5 की प्रति में देख सकते है ! चिलम जलाने और जमीन से अंगारा निकलने आदि का जो वर्णन इसमें लिखा है इससे स्पष्ट है की बाबा इन 3 वर्षों में जम कर नशा करना सिख गया ! और सड़कछाप जादूगरी करना भी !
परन्तु इन 3 वर्षों में ऐसा क्या हुआ जो बाबे की ये हालत हुई ? इन 3 वर्षों का वर्णन इस किताब में ही नही है !
वो 16 वर्ष में तेजस्वी आदि आदि था और 19 वर्ष की आयु में बीड़ियाँ फूंकना कैसे सिख गया ?
ये सारी बात निर्भर करती है उसके -----> 3 वर्षों पर (16 वर्ष से 19 वर्ष)


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