कृपया इस पोस्ट को जरूर पढ़े।

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एक सन्त बाजार में बैठा था एक राजा
वहाँ से गुजरा राजा ने पूछा भाई
क्या कर रहे हो तो सन्त बोले। मैं
मनुष्य की भगवन से सुलह करवा
रहा हूँ भगवान तो मान रहे हैं। पर
मनुष्य नहीं मान रहे।
फिर राजा एक दिन शमशान के
पास से गुजर रहे थे। और वो सन्त
शमशान में बैठा था। राजा ने फिर
पूछा भाई यहाँ क्या कर रहे हो।
सन्त बोले मैं मनुष्यो की भगवान
से सुलह करवा रहा हूँ। पर अब मनुष्य तो मान रहा हैं। पर भगवान
नहीं मान रहा हैं।
काश इस बात की गहराई को हर
हिन्दू समझ जाये।
अभी भी समय है दोस्तों भगवान्
को मानाने का।
हमारे बच्चे स्कूल न जाये तो डाँटते
हो मारते हो पर मंदिर न जाये तो कुछ नहीं कहते।
अगर घर में बच्चे विदेशी कपडे
पहने तो हाई स्टेंडर्ड।
और अगर स्वदेशी की बात हो तो
लो स्टेंडर्ड।
अगर कोई इंग्लिश सिखने न जाये
तो मारते हो और अगर
गीता और रामायण न पढ़े तो कोई बात नहीं
शारुख खान की नकल करे तो खुश होते हो
पर श्री राम और धर्म के रास्ते पर
चले तो मज़ाक उड़ाते हो।
 खुद तो मुल्लो के तलवे चाटते हो
और कोई हिन्दू हित की बात करे
तो उस पर हस्ते हो।
खुद तो बेटियो को भद्दे वस्त्र खरीद
कर देते हो।
और जब वो भाग जाती हैं फिर रोते
हो।
घर में धर्म की शिक्षा नहीं देंगे।
फिर जब लव जिहाद हो जायेगा।
तब रोयेंगे।
हिन्दू दलो का कभी साथ नहीं देंगे
पर मुसीबत पड़ने पर हिन्दू दलो को
मदद जरूर लेंगे
इस पोस्ट को शेयर मत करना आँखे
बंद करके डिलीट कर देना।
क्योकि लोग मज़ाक बनाएंगे।
जरा सा ध्यान दीजिये।
हम कैसे इस देश को हिन्दू राष्ट्र
बनाएंगे।

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Peace if possible, truth at all costs.

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