विन्सेंट स्मिथ ने किताब यहाँ से शुरू की है
कि “अकबर भारत में एक विदेशी था.
उसकी नसों में एक बूँद खून
भी भारतीय नहीं था….
अकबर मुग़ल से ज्यादा एक तुर्क था” पर देखिये! हमारे
इतिहासकारों और कहानीकारों ने अकबर को एक
भारतीय के रूप में पेश किया है.
जबकि हकीकत यह है कि अकबर के
सभी पूर्वज बाबर, हुमायूं, से लेकर तैमूर तक सब
भारत में लूट, बलात्कार, धर्म परिवर्तन, मंदिर विध्वंस,
आदि कामों में लगे रहे. वे कभी एक
भारतीय नहीं थे और
इसी तरह अकबर
भी नहीं था. और इस पर
भी हमारी हिंदू जाति अकबर
को हिन्दुस्तान की शान
समझती रही!
कि “अकबर भारत में एक विदेशी था.
उसकी नसों में एक बूँद खून
भी भारतीय नहीं था….
अकबर मुग़ल से ज्यादा एक तुर्क था” पर देखिये! हमारे
इतिहासकारों और कहानीकारों ने अकबर को एक
भारतीय के रूप में पेश किया है.
जबकि हकीकत यह है कि अकबर के
सभी पूर्वज बाबर, हुमायूं, से लेकर तैमूर तक सब
भारत में लूट, बलात्कार, धर्म परिवर्तन, मंदिर विध्वंस,
आदि कामों में लगे रहे. वे कभी एक
भारतीय नहीं थे और
इसी तरह अकबर
भी नहीं था. और इस पर
भी हमारी हिंदू जाति अकबर
को हिन्दुस्तान की शान
समझती रही!
AKBAR KI MAA KI CHOOOOOT
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