जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर 1556-1605 ई o !मुगल वंश का तीसरा बादशाह ! जिसे अकबर महान कहा गया ! कहा जाता हे उसने तीन धर्मों को एक किया ( हिंदू इस्लाम ईसाई ) ! सती प्रथा गौ हत्या और जजिया पर प्रतिबन्ध लगाया ! इसी पर प्रतुत हे ये लेख पूरा पढ़े !
1-सन 1556 अकबर की विजय हिंदू राजा हेमु के विरुद्ध कहा जाता हे अकबर ने उसका सिर काटने से मना कर दिया ! लेकिन नगर के तोरण और क्यों लटकाया ?
2 - सन 1561 आम्बेर के राजा भारमल की पुत्री का साम्बर से अपहरण ! विवाह नहीं हुआ था सरीफुद्दीन द्वारा एक साल तक आक्रमण हुआ था !
3 - सन 1561 एटा के आठ गाँव के 1000 निर्दोष लोगों को एक घर में जिंदा इस लिये जला दिया क्योंकि उन्हौने इस्लाम नहीं स्वीकार किया !
4--सन 1564 गोढवाना की रानी दुर्गावती को युद्ध में जिंदा पकड़ना चाहता था ताकि उसे अपनी हरम में डाल सके ! रानी ने ये जान लिया तो आत्महत्या कर लीं ! और अकबर ने रानी कि बहन और पुत्र बधु को अपने हरम में डाल दिया ! रानी उस समय 40 वर्ष की थी और अकबर 22 का
! 5-- सन 1568 फरबरी 24 चित्तोड जीतने के बाद जब राजपूतो ने अधीनता नहीं स्वीकारी तो 8000 राजपूत सैनिक और 4000 हज़ार किशानो की हत्या का आदेश दिया ! और जब तक हत्या चालू रही जब तक 3000 मासूम बूढ़े बच्चे और औरतें न मारी गयीं ! उसमें उपवीति (जनेऊ )की शन्ख्या साढ़े चौहत्तर मन थीं !
6-- 2 सितम्बर 1573 अहमदाबाद विजय में 2000 सैनिकों के नर मुंड से मीनार बनाई !
7-- 3 मार्च 1575 बंगाल विजय इतने सैनिकोंकी हत्या की की आठ मंजिल उंची मीनार बन जाती !
8--1582 वीस मासूम बच्चों पर भाषा परीक्षण किया और ऐसे घर में रखा जहाँ किसी भी प्रकार की आबाज़ न जाए और उन मासूम बच्चों की ज़िंदगी बर्बाद कर दी वो गुंगे हो कर मर गये ! ये परीक्षण दोवारा 1589 में 12 बच्चों पर किया !
9-- 1567 थानेसर में संन्यासियों के दो समुदाय में न्याय की जगह आपस में लड़वा कर अपने सैनिकों द्वारा उनकी हत्या करवा दी ! नगर कोट के जीत कर कान्गडा देवी मंदिर की मूर्तिखण्डित की औरलूट कर 200 काली गाय की हत्या कर के गौ रक्त को जूतों में भरकर मंदिर की प्राचीरो पर छाप लगाई !
10 -- जैन संत हरिविजय के समय 1583-85 जजिया कर और गौ हत्या पर पाबंदी लगाने की घोषणा की जो की झूठी थी फिर दो वारा जैन शांति विजय को भी झूठी घोषणा की ! जबकी अमल एक भी बार नहीं हुआ ! फिर रनथम्बोरके राजा ने भी भी जजिया कर छूट की माँग की जो की उसी के अधीन राजा था ! यदि जजिया कर माफ कर दिया था तब उसका अधीनस्थ राजा क्योंबार बार माँग करता था !
11-- अकबर ने सती प्रथा बंद की ! ये एक धोखा हे वास्तव में उसे जो हिंदू स्त्री पसंद आ जाती उसके पति को मारकर उसे सती होने से रोक कर अपने हरम में डाल देता था जेसा की पन्ना के राजकुमारको मारकर उसकी पत्नी को और भारमल के भतीजे जयमल को मरबा कर उसकी पत्नी को अपने हरम में डाल दिया ! इसका दूसरा प्रमाण हे कि अकबर सती प्रथा को बड़े चाव से विदेशिओ को दिखाने के लिये ऊँचे महल पर चारों और से खड़े हो कर देखता था ! एक अंग्रेज रूडोल्फ ने अकबर की घोर निंदा की !
12- 4 अगस्त 1582 को दो ईसाई युवको की इस लिये हत्या करदी कि उन्हौंने इस्लाम नहीं स्वीकार किया !
13--अकबर स्वयं पैगम्बर बनाना चाहता था इसलिये उसने दीन ए इलाही धर्म की सुरुआत की जिसका मक़सद मुसलमान बनाना था ! उसन एक झूठा अल्लोपनिषद लिख बाया जिसमें उसकी झूठी तारीफ लिखी ! दिन ए इलाही को जिन अठारहलोगो ने माना उनमें बीरबल अकेला हिंदू था !
14 हिंदुओं पर अत्याचार इससे पता चलता हे कि अकबर अपने पैर धो कर उससे इलाज करता हे हिंदुओं को पिलाता था ! यदि कोई मुसलमान उस समय उसके सामने पहुँचाता तो उसे डाँट देता था !
15 - जो हिंदू उसके यहाँ रहते उनकी बुरीदसा थी तान सेन के मुँह में दरबारी मुसलमाना अपने मुँह का चबा पान ठूंस देते थे ! भगवन्त दास और दश वन्त ने तंग आकर आत्मा हत्या कर ली ! ये हे अकबर महान की कुछ जीवन दिगदर्शिका
अकबर जेसे हरामी को भारत के इतिहास में महान का दर्ज दिलाने वाले गाँधी और नेहरू ने उसकी असलियत पर पर्दा डाल कर नई पीढी को बर्बाद करने का काम किया इस पढ़ कर आप भी अकबर नाम के सुनवर की असलियत जाने
* अकबर की पहली शादी उसके चाचा हिन्दल की बेटी रुकैया बेगम से हुई थी
* अकबर ने अपने अभिभाभक और विक्रमादित्य हेमू को हराने वाले बहराम खाँ को इसलिये
हाँथियोँ से कुचलकर मरवा दिया था क्योँकि उसकी शादी अकबर की बुआ की लड़की सलीमा बेगम से तय हुई थी जिस पर अकबर की नजर थी ... बहराम खां को मरवाने के
बाद अकबर ने सलीमा बेगम(अब्दुल रहीम खानखाना की माता) अपने हरम में रखा ....
*इतिहास कहता हैँ कि फतेहपुर सीकरी का निर्माण अकबर ने कराया ?? अपने संरक्षक बैहराम खाँ से विवाद के बाद जब अकबर को गुप्तचरोँ ने सूचित किया कि बैहराम खाँ उस कैद करना चाहता है तो उसने तुरन्त अपनी राजधानी आगरे से हटाक फतेहपुर सीकरी स्थानान्तरित कर
ली इससे स्वत: ही सिद्ध होता है कि फतेहपुर सीकरी का आसतित्व पहले से था फतेहपुर सीकरी तब भी था जब
अकबर का दादा बाबर.. महाराणा संग्राम सिंह
(रांणा सांगा) से लडने गया.. उनकी लडाई फतेहपुर सीकरी से 10 कि.मी. दूर खानवा(भरतपुर) के
मैदान में हुई... वहां जनश्रुति है कि फतेहपुर सीकरी को देवों ने बसाया.. और मात्र एक रात में बुलंद
दरवाजा तैयार हो गया... आज भी उसके अंदर एक स्थान है.. जिसे सीता रसोई कहा जाता है....
* अकबर ने खान देश के शासक मिर्जा मुबारक शाह
की बेटी को हरम में डाला था (सितम्बर १५६४ इसवी)
* 23 फरवरी १५६७ को अकबर ने चित्तोड़ में कत्लेआम करवाया ;...जिसमे करीब ३० हज़ार लोग मारे गए और कई हज़ार बंदी बनाये गए ...राजपूत वीरांगनाओ ने अपने
सतीत्व की रक्षा के लिए सामूहिक जौहर किया ...
* अकबर के तृतीय पुत्र दानियाल का जन्म उसकी एक रखैल स्त्री से हुआ १५ सितम्बर १५७२ ..अकबर का एक दूसरी रखैल से मुराद ना का पुत्र उत्पन्न हुआ .. अगर वाकई
अकबर जोधा को प्रेम करता था तो उसके हरम १० हज़ार से
ज्यादा रूपसिया क्यों थी ,,, कई रखैलो से उसके पुत्र भी हुए ....
* २६ अप्रैल १५८५ को दरबार में नवरत्नों का दर्जा प्राप्त महान संगीतज्ञ तानसेन की मृत्यु हो गई लेकिन उन्हें लाहोर में दफनाया गया जबकि वो हिन्दू थे
* भारतवर्ष में वैश्यावृत्ति की शुरुआत करने का श्रेय अकबर को ही जाता है जोधा अकबर की प्रेम कहानी पर
टीवी सीरियल दिखाया जा रहा .... जिसमे अकबर को नायक की छवि में प्रस्तुत किया जा रहा ........
Peace if possible, truth at all costs.