मित्रो से हाथ जोड़ के विनती करता हु की सभी सनातनियो को बताओ, सुनाओ की केसे हमारे इतिहास को हमसे छुपाया गया है | केसे
इतिहास के नाम पर हमको मुर्ख बनाया गया है अव ये हमारी युवा बर्ग की
जिम्मेदारी है अपने छुपे हुए इतिहाद की सच्चाई को सभी सबके के सामने
लाये |
1. गोगामेडी, हनुमानगढ़ का गोगाजी का मंदिर: यहाँ के पुजारी मुस्लिम हैं, केवल इसलिए कि वहाँ चढ़ने वाले धन को जिहादी काम में लगाया जा सके। वैसे मंदिरोँ का 70 प्रतिशत धन muslim कौम को ही मिलता है, यह हाईकोर्ट के समक्ष एक मुख्यमंत्री बयान दे चुके हैं।
2. नाथद्वारा का श्रीनाथ जी का मंदिर: श्रीनाथ जी का श्रृंगार एक मुस्लिम परिवार करता है! उस दौरान वहाँ एक ऐसा ......... छिड़का जाता है मुस्लिम द्वारा ..... जिसे हिन्दूमरकर भी पसंद नहीं करेंगे। केवल इसलिए कि उस मुस्लिम परिवार को अंध्विश्वास है कि ऐसा न किया तो कहीं यह शैतान जीवित न हो जाए, ऐसा ही काबा में भी होता है। कहते हैं यहाँ गंगाजल यदि छिडक दिया जाए तो शैतान जिंदा हो जाएगा।
3. शिरडी के सांई: एक सूफी संत थे, जिनका काम था अधिक से अधिक काफिरो का धर्म नष्ट करके उन्हें मुसलमान बनाना।। याद है उन दिनो आजादी की पहली लडाई हुई थी और इन्होंने कई क्रांतिकारियो को पकडवाया था, ऐसा सौ साल पुरानी डायरी में लिखा है।
4. अजमेर शरीफ: यहाँ आजकल हिन्दू जाकर चादर चढाते हैं नमाज पढते हैं। लेकिन इन चिश्ती जी ने दिल्ली से अजमेर की यात्रा के दौरान 700 हिन्दुओ को मुसलमान बनाया और 1200 हिन्दू लडकियो को गुंडो की मदद से मुस्लिमो के साथ निकाह पढवाया।
5. मक्का मस्जिद हैदराबाद: इसके परिसर में उन मुस्लिम निजामों की कब्रे हैं, जिन्होंने हजारो हिन्दुओं की बेटियों को अपनी बीबी बनाया, लेकिन आज यहाँ गुलाब के फूल और नोट उन कब्रो पर चढाने वाले अधिक हिन्दू ही होते हैं। इस मस्जिद की खास बात यह है कि यहाँ कम से कम एक हिन्दू लडकी प्रतिदिन मुस्लिम बनकर किसी मुस्लिम से निकाह पढती है, यह नियम पिछले 10 साल से अकाट्य है ।
6. बरहाईच के गाजी (गजनी) बाबा की मजार । ये है कौन "गाजी" जा के पता करो, आँखोँ मेँ खून न उतर आया तो कहना अपने इतिहास को जानो सही रहा को पहचानो |
हजारोँ जगह हिँदुओँ की श्रद्धा विश्वास का फायदा उठाया जाता है जिसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। अतः जाग पडो अपने सनातन शक्ति को पहचानोँ हिन्दुओ अपने धर्म के प्रति जागरूक हो | अनपद लोगो को बताओ इसके बारे में |
1. गोगामेडी, हनुमानगढ़ का गोगाजी का मंदिर: यहाँ के पुजारी मुस्लिम हैं, केवल इसलिए कि वहाँ चढ़ने वाले धन को जिहादी काम में लगाया जा सके। वैसे मंदिरोँ का 70 प्रतिशत धन muslim कौम को ही मिलता है, यह हाईकोर्ट के समक्ष एक मुख्यमंत्री बयान दे चुके हैं।
2. नाथद्वारा का श्रीनाथ जी का मंदिर: श्रीनाथ जी का श्रृंगार एक मुस्लिम परिवार करता है! उस दौरान वहाँ एक ऐसा ......... छिड़का जाता है मुस्लिम द्वारा ..... जिसे हिन्दूमरकर भी पसंद नहीं करेंगे। केवल इसलिए कि उस मुस्लिम परिवार को अंध्विश्वास है कि ऐसा न किया तो कहीं यह शैतान जीवित न हो जाए, ऐसा ही काबा में भी होता है। कहते हैं यहाँ गंगाजल यदि छिडक दिया जाए तो शैतान जिंदा हो जाएगा।
3. शिरडी के सांई: एक सूफी संत थे, जिनका काम था अधिक से अधिक काफिरो का धर्म नष्ट करके उन्हें मुसलमान बनाना।। याद है उन दिनो आजादी की पहली लडाई हुई थी और इन्होंने कई क्रांतिकारियो को पकडवाया था, ऐसा सौ साल पुरानी डायरी में लिखा है।
4. अजमेर शरीफ: यहाँ आजकल हिन्दू जाकर चादर चढाते हैं नमाज पढते हैं। लेकिन इन चिश्ती जी ने दिल्ली से अजमेर की यात्रा के दौरान 700 हिन्दुओ को मुसलमान बनाया और 1200 हिन्दू लडकियो को गुंडो की मदद से मुस्लिमो के साथ निकाह पढवाया।
5. मक्का मस्जिद हैदराबाद: इसके परिसर में उन मुस्लिम निजामों की कब्रे हैं, जिन्होंने हजारो हिन्दुओं की बेटियों को अपनी बीबी बनाया, लेकिन आज यहाँ गुलाब के फूल और नोट उन कब्रो पर चढाने वाले अधिक हिन्दू ही होते हैं। इस मस्जिद की खास बात यह है कि यहाँ कम से कम एक हिन्दू लडकी प्रतिदिन मुस्लिम बनकर किसी मुस्लिम से निकाह पढती है, यह नियम पिछले 10 साल से अकाट्य है ।
6. बरहाईच के गाजी (गजनी) बाबा की मजार । ये है कौन "गाजी" जा के पता करो, आँखोँ मेँ खून न उतर आया तो कहना अपने इतिहास को जानो सही रहा को पहचानो |
हजारोँ जगह हिँदुओँ की श्रद्धा विश्वास का फायदा उठाया जाता है जिसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। अतः जाग पडो अपने सनातन शक्ति को पहचानोँ हिन्दुओ अपने धर्म के प्रति जागरूक हो | अनपद लोगो को बताओ इसके बारे में |
Peace if possible, truth at all costs.