●) अल्लाह कैसा इश्वर जिसका कोई वजुत ही नहीं,जो सिर्फ काल्पनिक है।
●) जिसे आज तक किसी ने देखा भी नहीं ; तो फिर कैसे मान ले की वो है भी।
●) जिसका नाम आज से 1400 साल पहले कोई जनता भी नहीं था ; कहाँ था वो उसके पहले।
●) जो कुरान में कई बार कसमे खाता है ; कसम तो वही खाता है जो झूठा होता है।
●) जो लोगो को डरा डरा कर जबरजस्ती अपनी पूजा करवाता है।
●) जो मासूमो की जान लेने वाले आतंकवादियों को जन्नत देता है और 72 हूरें भी ; जन्नत है या वैश्यालय।
●) जो कुरान में गैर मुसलमान को सिर्फ मजहब के नाम पर मारने का हुक्म देता है यानि आतंकवाद की शिक्षा देता है।
●) जो गैर मुसलमानों को सिर्फ जहन्नुम ही देता है। पहले कुसूर तो बता दो हमारा।
●) जो गैर मुसलमानों को काफ़िर मानता है।
जबकि इश्वर के सामने तो सभी धर्म सभी मनुष्य बराबर होते हैं। हमसे इतना जलन क्यों ?
●) जो लोगो को जबरजस्ती बिना देखे , बिना कोई सवाल किए अल्लाह पर विश्वास करने को कहता है।
मतलब अल्लाह के पास सवाल का जवाब नहीं इसलिए पहले ही मना कर दिया।
●) जो अपने कुरान में मुसलमानों को दुसरे मजहब के लोगों से नफरत करने और आतंकवादी बनने की शिक्षा देता है।
●) जो मासूम जानवरों को बेरहमी से ही रेत रेत कर मारने का हुक्म देता है ; अगर बेरहमी से नहीं मारा जाये तो क्या उसके मांस में स्वाद नहीं होगा। जबकि मनुष्य एक शाकाहारी प्राणी है और अल्लाह को इतना भी नाही पता।
●) जो मासूम जानवरों के खून की नदियाँ बहा कर ख़ुशी मनाने की इज़ाज़त देता है।
●) जो सगे भाई-बहनों ( आदम के बच्चो ) में भी शादी करवाता है।
●) जो युद्ध में पकड़ी गयी औरतो से जबरजस्ती शादी और बलात्कार करने की इज़ाज़त देता है।
● जो मुसलमानों का लिंग भी ठीक से नहीं बना सकता जिसके कारन उन्हें अपना लिंग काटना पड़ता है।
●) जो कुरान में हर जगह खुद ही अपनी बड़ाई करता है।
●) जो कुरान में खुद किसी और रब का कसम खाता है।(कुरान-70:40)
●) जो केवल सच्चाई के रास्ते पर चल रहे लोगो को ही हिदायत ( सही रास्ता दिखाना) देता है। जबकि जो गलत रास्ते पर चल रहे है उन्हें हिदायत देना चाहिए।
●) जो 50+ बूढ़े मुहम्मद की शादी 6 साल की बच्ची से करवाता है।
●)जो ससुर की शादी बहु से करवाता है।( मुहम्मद की शादी उसके गोद लिए बेटे की पत्नी ज्यनाब से )
●) जो आकाश को बिना किसी पिलर के पकड़ रखा है ताकि वो धरती पर गिर न जाये(कुरान-22:65)।क्या आकाश कोई पकड़ने की चीज़ है ? क्या आकाश कभी धरती पर गिर सकता है ? इतना बेवकूफ तो इंसान भी नहीं होता।
● अल्लाह कैसा इश्वर है जो अपनी किताब भी सीधा नही लिख सकता।
उल्टा लिखा हुआ कुरान लिखने वाले के उल्टे दिमाग का सबूत है और उसके बेवकूफी की निशानी।
●) जो कुरान के अनुसार जिसे चाहे इज्ज़त देता है जिसे चाहे बेईज्ज़त करता है। भाई हम कोई बेइज्जत होना का कम करे तब तो।
●) जो अपने भक्त को कभी दर्शन नहीं दे सकता चाहे भक्त कितना भी तपस्या कर ले।
●) जो अपने रसूल पर निर्भर है जिसके बिना वो मनुष्य से संपर्क ही नहीं कर सकता।
●) जिसके वजुत के लिए मनुष्य की गवाही की जरुरत पड़ती है।
( मुसलमान अपने अजान में बोलते है "मै गवाही देता हूँ की अल्लाह ही केवल इश्वर है जो पूजनीय है। )
●) जो कहता है की मनुष्य को जो भी सुख मिला वो अल्लाह की वजह से और जो भी दुःख मिला वो मनुष्य की वजह से।
यानि हमें अपने कर्म से कभी सुख नहीं मिल सकता केवल दुःख ही मिल सकता है।
●) जो मनुष्य का अच्छा और बुरा किस्मत खुद की मर्जी से तय करता है। तो फिर हमारा कर्म फल कहाँ चला गया।
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ReplyDeletejis din samajh me aa jayega apne aap insan ban jayenge sare ialam wale.aap sandesh dete rahiye.
ReplyDeleteBollywood mein PK nd OMG jaisi movie bn jati h jo hindu dharm ki kuritiyon ko batati hai. .But Islamic dharm ya muslim mein bhi to bahut sari kuritiya hogi unpar koi bhi movie kyu nhi bni h abtk
ReplyDeleteये लोग अंधविश्वास फैला रहे है
ReplyDeleteआतंकवादी मोहम्मद औरउसकी कुरान
ReplyDeleteJai shree ram
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