Maggi में आखिर है क्या ?
MSG है क्या ?
मोनो सोडियम ग्लूटामेट
ये कैसे खतरनाक है आपके लिए या किसी भी मानव के लिए ??
बिकाऊ मीडिया नही बताएगा
हम बताते हैं
एक कहानी के माध्यम से
2 दोस्त मिलकर एक रेस्तरां खोलते हैं। वो खूब मेहनत करते और बढ़िया से बढ़िया डिश बनाते और लोगों को खिलाते लेकिन फिर भी कुछ न कुछ शाम को बच जाता था जिससे नुक्सान होता था रूपये का ।
वह सोचते थे की ऐसा क्या किया जाये की लोग ज्यादा खाएं
और उनका कोई समान न बचे और ज्यादा मुनाफा हो।
सीधी सी बात है ज्यादा खाएंगे तो ज्यादा फायदा होगा।
उनको एक दोस्त ने सलाह दी की भाई एक केमिकल है हमारे पास जो ये 2 काम कर सकता है ।
1 हमारे शरीर को जब भूख लगती है तो वो दिमाग को बताता है की भाई भोजन करना है ।
2 जब हम भोजन करते हैं और पेट भर जाता है तो पेट दिमाग को फिर बताता है की भाई बस अब रुक जाओ।
यह सब हमारे दिमाग और पेट के बीच का सम्पर्क कुछ केमिकल करते हैं ।
अब ये जो MSG है मोनो सोडियम ग्लूटामेट यह ऐसा केमिकल है की जब इसकी चुटकी भर बूँद भी भोजन में डल जाए तो यह हमारे शरीर के पेट और दिमाग की सम्पर्क वाली केमिकल को खत्म कर देता है। नतीजा
आपको भूख न लगने की बिमारी शुरू। आप कभी भी कुछ भी कितना भी खाने लगते हैं । आपका पेट भर भी जाये तो भी दिमाग को सन्देश नही जायेगा की पेट भर गया, रुक जाओ।
नतीजा पेट बाहर, मोटापा शुरू, डायबिटीज, हार्ट अटैक की भी सम्भावना।
जब इन दोनों दोस्तों ने ये केमिकल भोजन में डाला तो sale दुगनी तिग्नि हो गयी।
लोगो की सेहत से उन्हें कोई मतलब नही था न है न होगा
वह तो सिर्फ अपनी जेबें भरना चाहते थे हैं और रहेंगे।
समझदार आपको बनना होगा ।
कुछ भी खाने पिने का समान लेने से पहले उसके पैकेट को ध्यान से पढ़े की उसमे क्या क्या है।
फ़िल्म स्टार और टीवी पर ऐड देने वाले पैसों के लिए अपने माँ बाप को भी बेच दें, आपकी और हमारी सेहत से इनको क्या मतलब।
दिखावे पर न जाओ
अपनी अक्ल (है तो) लगाओ
वर्ना मरो और भाड़ में जाओ
क्योंकि मुर्ख का मरना ही उचित है ।
सन्देश जनहित में जारी।
मुर्ख लोग ignore करें और अपनी जिंदगी को ऐसे ही चलने दें ।
MSG है क्या ?
मोनो सोडियम ग्लूटामेट
ये कैसे खतरनाक है आपके लिए या किसी भी मानव के लिए ??
बिकाऊ मीडिया नही बताएगा
हम बताते हैं
एक कहानी के माध्यम से
2 दोस्त मिलकर एक रेस्तरां खोलते हैं। वो खूब मेहनत करते और बढ़िया से बढ़िया डिश बनाते और लोगों को खिलाते लेकिन फिर भी कुछ न कुछ शाम को बच जाता था जिससे नुक्सान होता था रूपये का ।
वह सोचते थे की ऐसा क्या किया जाये की लोग ज्यादा खाएं
और उनका कोई समान न बचे और ज्यादा मुनाफा हो।
सीधी सी बात है ज्यादा खाएंगे तो ज्यादा फायदा होगा।
उनको एक दोस्त ने सलाह दी की भाई एक केमिकल है हमारे पास जो ये 2 काम कर सकता है ।
1 हमारे शरीर को जब भूख लगती है तो वो दिमाग को बताता है की भाई भोजन करना है ।
2 जब हम भोजन करते हैं और पेट भर जाता है तो पेट दिमाग को फिर बताता है की भाई बस अब रुक जाओ।
यह सब हमारे दिमाग और पेट के बीच का सम्पर्क कुछ केमिकल करते हैं ।
अब ये जो MSG है मोनो सोडियम ग्लूटामेट यह ऐसा केमिकल है की जब इसकी चुटकी भर बूँद भी भोजन में डल जाए तो यह हमारे शरीर के पेट और दिमाग की सम्पर्क वाली केमिकल को खत्म कर देता है। नतीजा
आपको भूख न लगने की बिमारी शुरू। आप कभी भी कुछ भी कितना भी खाने लगते हैं । आपका पेट भर भी जाये तो भी दिमाग को सन्देश नही जायेगा की पेट भर गया, रुक जाओ।
नतीजा पेट बाहर, मोटापा शुरू, डायबिटीज, हार्ट अटैक की भी सम्भावना।
जब इन दोनों दोस्तों ने ये केमिकल भोजन में डाला तो sale दुगनी तिग्नि हो गयी।
लोगो की सेहत से उन्हें कोई मतलब नही था न है न होगा
वह तो सिर्फ अपनी जेबें भरना चाहते थे हैं और रहेंगे।
समझदार आपको बनना होगा ।
कुछ भी खाने पिने का समान लेने से पहले उसके पैकेट को ध्यान से पढ़े की उसमे क्या क्या है।
फ़िल्म स्टार और टीवी पर ऐड देने वाले पैसों के लिए अपने माँ बाप को भी बेच दें, आपकी और हमारी सेहत से इनको क्या मतलब।
दिखावे पर न जाओ
अपनी अक्ल (है तो) लगाओ
वर्ना मरो और भाड़ में जाओ
क्योंकि मुर्ख का मरना ही उचित है ।
सन्देश जनहित में जारी।
मुर्ख लोग ignore करें और अपनी जिंदगी को ऐसे ही चलने दें ।
Peace if possible, truth at all costs.