नई दिल्ली। नेताजी सुभाषचंद्र बोस के रहस्यमय तरीके से लापता होने से संबंधित रिकॉर्ड को इसलिए जारी नहीं किया जा रहा क्योंकि हो सकता है कि वे गुम हो गए हो, उसे चूहे कुतर गए हो या वे बिखर गए हो।
देश के पहले मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने यह बात सूचना आयुक्त श्रीधर अचार्युलू की लिखी किताब ‘आरटीआई यूज एंड अब्यूज’ के विमोचन के मौके पर सरकार की ओर से रिकॉर्ड को खराब तरीके से सहेजने को लेकर अपनी बात रखते हुए कही।
अचार्युलू की पुस्तक ‘आरटीआई यूज एंड अब्यूज’ आयोग में उनके पहले वर्ष के अनुभव पर आधारित है जिस दौरान उन्होंने करीब 3200 आदेश जारी किए।
हबीबुल्ला ने सेंटर फार मीडिया स्टडीज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा, 'जब प्रधानमंत्री जर्मनी गए थे, नेताजी के कुछ रिश्तेदारों ने उनसे मुलाकात की थी और उनसे नेताजी की मौत या जीवित रहने और इस बारे में रिकॉर्ड के सिलसिले में बात की थी कि उस विमान दुर्घटना में क्या हुआ था।
उन्होंने कहा, 'किस कारण से दस्तावेजों का खुलासा नहीं किया इसे लेकर तरह तरह की दलीलें दी जा रही हैं, क्योंकि दस्तावेज हैं ही नहीं। या तो उन्हें चूहें कुतर गए हैं, गुम हो गए हैं या बिखर गए हैं। भारत सरकार के दस्तावेज इस तरह से रखे जा रहे हैं।'
Peace if possible, truth at all costs.