सबसे भयानक साम्प्रदायिक दंगे बंगाल में..

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भारत के इतिहास में सबसे भयानक साम्प्रदायिक दंगे बंगाल में हुए जिनमें बंगाली हिन्दुओं का इतना भयावह नरसंहार हुआ कि नोआखाली,जेसोर आदि जगहों पर लाखों हिन्दुओं की लाशें महीनों सड़ती रहीं और उन्हें गिद्ध एवं कुत्ते नोचते रहे। 5 करोड़ से ज्यादा बंगाली लापता हो गये उनका कुछ पता नहीं चला।
1947 से 1971 तक चले योजनाबद्ध दंगों में कुल मिलाकर लगभग 1 करोड़ से भी ज्यादा बंगाली महिलाओं का बलात्कार हुआ। उनकी नंगी लाशों को पेड़ों से लटका दिया गया या फिर जला दिया गया (search on google).
लगभग दो दशकों तक अलगाववादी मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं को पूर्वी बंगाल से खदेड़ने की रणनीति आखिर सफल हुई और धार्मिक एकता के घनघोर अभाव में जी रहे बंगालियों से उनकी ही मातृभूमि का एक विशाल हिस्सा उनसे छिन गया।
आज आजादी के छह दशकों बाद बंगाल फिर से उसी मोड़ पर खड़ा हो गया है। अगर बंगाल के हिन्दू अब भी धार्मिक रूप से एकजुट नहीं हुए एवं इतिहास से सबक नहीं लिया तो शायद उनकी फिर से वही दशा न हो जाए।
बंगाल में हिन्दू धार्मिक संगठन मजबूत ही नहीं हो पा रहे हैं इसका प्रमुख कारण आम जनता की धार्मिक एकता के प्रति उदासीनता ही है।वहीं अत्याधिक मुस्लिम बंगलादेशियों की घुसपैठ ने पहले से ही अल्पसंख्यक होते जा रहे हिन्दुओं की धार्मिक जनसंख्या अनुपात को बुरी तरह से बिगाड़ना शुरू कर दिया है।
जागो हिन्दू जागो। बांग्लादेश से भगाया तो पद्मा नदी पार कर यहाँ आये..अब यहाँ से भगायेंगे तब कहाँ जाओगे..???

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3Comments

Peace if possible, truth at all costs.

  1. बहुत दुख होता है जिसे देश को इंद्रा बचाने मे भारतीय जवानो अपनी जान की बाजी लगा कर आज़ादी दिलवाई उस देश मे हिन्दुओ का वहाँ के मुल्लो कत्लेआम कर दिया यही देश यह आज भारत मे भी अब हो रहा है मुल्लो की बढ़ती आबादी कही भारत को मूसलोमोस्तान न बना दे |

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  2. हिन्दु धार्मिक रूप से कभी एकजुट हुआ ही नही और न हो पायेगा।
    मूल कारण है कि यहॉ पर कोई अपने आस्तित्व को नही स्वीकारता एकजुट न होने के पीछे लोगो का तर्क होता है कि यहॉ जाति व्यवस्था मूल वजह जिसकी वजह से लोग एकजुट नही हो पाते मेरी सम्मति मे धर्म जाति से उपर है।और जाति का सम्बन्ध ऐसा है जैसा पतंग और डोर का ।

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  3. Ye sab kuch bc congress ki hi den hai or gandhi ki bahut bhai bhai bolta tha khud to mar gya lekin uski kara ab bhugat hum rahe h

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