आप किसी एक मुस्लिम देश को टुकड़ों में बाँट दीजिये उस देश के जितने भी टुकड़े होंगे उनमें मुस्लिम जनसंख्या चार गुना तेजी से बढ़ेगी और ऐसे इस्लामिक देश तैयार होंगे जो आतंकवाद का रास्ता तुरन्त पकड़ लेंगे।
उदाहरण के तौर पर बांग्लादेश को आप समझ सकते हैं।
भारत ने बांग्लादेश को आज़ाद कराने में अपने हजारों सैनिक खोये ... पर आज बांग्लादेश में रह रहे हिन्दू ही साफ होने की कगार पर हैं। हिंदुओं की स्थिति वहां पाकिस्तान से अलग नहीं है।
आप किसी इस्लामिक देश के एक छोटे भूभाग पर कब्ज़ा कर लें तो ये आजीवन आपके लिए सिरदर्द बन जाएंगे।
उदाहरण के लिए आप गाजा पट्टी को समझ लें, आप उस भूभाग के बदले में उन्हें चाहे जितनी जमीन दे दें वो उनके लिए बेकार है वो उस भूभाग को पाने के लिए अनन्तकाल तक आपसे युद्ध करते रहेंगे।
देखा जाये तो मुस्लिम एक मानसिक बीमारी से पीड़ित होते हैं ... काफिरों की सम्पत्ति और उनकी औरतें तो मुस्लिमो के लिए तोहफा हैं पर काफ़िर के पास उनकी एक इंच भूमि भी उनके लिए जलालत है।
पाक अधिकृत कश्मीर के लोग और बलूचिस्तान के लोग भारत में विलय के लिये बेकरार हैं क्योंकि भारत सरकार कश्मीरियों को बेहिसाब सुविधायें देती है पर ये सब जानते हैं कि भारत में विलय होते ही ये भारत के हिंदुओं का सफाया करने लग जायेंगे और भारत सरकार से अलग देश की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे।
अगर आप काफ़िर है तो इस्लाम की परछाई से भी दूर रहें, अन्यथा बुरा अंत आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।
इस्लाम से बचने एकमात्र और सही रास्ता है
जैसे को तैसा ... Tit For Tat
आक्रामक होकर इनका मुकाबला करना
घर में जितने मेंबर उतने हथियार रखें, कम से कम लाठी तथा हर दशहरे पर शस्त्र पूजन अवश्य करें।
RSS, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, जैसे हिन्दू संगठनों से जुड़े ... बच्चे शाम की और बड़े सुबह की नजदीकी शाखा को जोईन करें, महिलाएं दुर्गा वाहिनी जोईन करें या कम से कम आत्म रक्षा के गूर सीखें, कम से कम सप्ताह मे एक दिन मन्दिर प्रांगण मे मीटिंग अवश्य करें, गैदरिंग + रैली वाले त्यौहार जैसे दुर्गा मुर्ति विसर्जन, गणेश मुर्ति विसर्जन, कांवड़ यात्रा, दही हांडी, विश्व हिन्दू परिषद धर्मयात्रा आदि में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें और अन्यों को प्रेरित करें टोकें नहीं, सुन्दरकांड, हवन, जागरण को बढ़ावा दें, शामिल हो, कुल मिलाकर हिन्दुओं को आपस हिन्दुत्व जाग्रत कर हिन्दू एकता को बढ़ावा दें, कहीं आप को अच्छा नहीं लग रहा है तो मोन रह कर समर्थन दें पर टोका-टाकी ना करें।
हिन्दू मुस्लिम के झगड़े में हमेशा हिन्दू का ही साथ दें, सही गलत नो मैटर, वो सब बाद में ।
Peace if possible, truth at all costs.