बॉलीवुड अपने स्तरहीन कंटेंट की वजह से लगातार गर्त में जा रहा है। दर्शक इनकी बेसिर पैर की फिल्मों को ख़ारिज कर रहे हैं। दूसरी ओर बॉलीवुड हस्तियाँ अपने खराब कॉमन सेंस और भारत विरोधी रुख की वजह से भी चर्चा में रहते हैं। इसका ताजा उदाहरण ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) हैं। ऋचा चड्ढा ने बुधवार (23 नवंबर 2022) को ट्विटर पर भारतीय सेना का मजाक उड़ाया।
दरअसल भारतीय सेना के उत्तरी कमान के कमांडिंग-इन-चीफ उपेन्द्र द्विवेदी ने एक बयान में कहा था अगर सरकार आदेश जारी करती है तो वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को वापस लेने के लिए तैयार हैं। इस बयान को ‘बाबा बनारस’ नाम के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया था। इसी ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए ऋचा ने भारतीय सेना का मजाक उड़ाया और ताना मारते हुए कहा कि गलवान हाय (Galwan says hi) बोल रहा है।
उल्लेखनीय है कि जून 2020 में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की चीनी फौजियों के साथ झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक ने अपना बलिदान दिया था। घंटों चली झड़प में कई चीनी भी मारे गए थे। लेकिन चीन ने आधिकारिक तौर पर पर अपने मृत सैनिकों की सही संख्या का खुलासा कभी नहीं किया। गलवान संघर्ष के बाद दोनों देशों के बीच लद्दाख में एक तनावपूर्ण युद्धविराम हुआ था। हालाँकि दोनों देशों ने क्षेत्र में करीब 60,000 सैनिक और उन्नत हथियार तैनात कर दिए थे।
ऋचा चड्ढा को उस घटना का मजाक उड़ाते देखना बेहद हास्यास्पद है। उन्हें संभवतः यह भी मालूम नहीं होगा कि भारतीय सैनिकों ने बिना किसी हथियार के चीनी सेना से बहादुरी से लड़ाई लड़ी और उन्हें पीछे धकेलने में कामयाब हासिल की।
देखा जाए तो बॉलीवुड स्टार्स को कभी भी उनके सामान्य ज्ञान के लिए नहीं जाना जाता है, लेकिन ऋचा चड्ढा ने इस मामले में खुद को मूर्ख की तरह प्रस्तुत किया। इतना ही नहीं यह गलवान में बलिदान देने वाले 20 सैनिकों के परिवारों के प्रति असंवेदनशीलता भी है।
जहाँ तक पीओके पर भारतीय सेना की प्रतिक्रिया की बात है, तो यह भारतीय पत्रकारों के मूर्खतापूर्ण सवालों का एक मानक जवाब है। यह पूछे जाने पर कि क्या वे पीओके वापस ले सकते हैं, यह एकमात्र प्रतिक्रिया है जो सेना दे सकती है, इसका मतलब यह नहीं है कि वे कल पाकिस्तान पर आक्रमण कर रहे हैं। हम निश्चित रूप से नहीं चाहते कि सेना यह कहे कि वे पीओके वापस नहीं ले सकते।
ऋचा चड्ढा रिटायरमेंट की ओर अग्रसर है तो ऐसे में नई जॉब की तलाश करने लगी है। गलवान घाटी पर तंज से सेना को इंगित किया है न, विपक्षी दलों को इशारा है कि मेरे लिए जगह हो तो बतलाए....
फ़िल्में है नहीं, ऐसे तो लोग भूल जाएंगे।
ट्विटर है, फिर क्या टेंशन है....सरकार के पक्ष में हाई-अप न मिलेगा। सबसे ज्यादा डेटा ट्रैफिक कौनसा सेगमेंट दे सकता है उसी को टारगेट करके पब्लिसिटी स्टंट दे मारा है।
महज इस ट्वीट ने ऋचा चड्ढा को यकायक सुर्खियां दे डाली है। वरना कौन ऋचा को सर्च कर रहा था....ऋचा के ट्वीट से ट्विटर और फेसबुक पर ट्रोलिंग की बाढ़ आ गई। पक्ष-विपक्ष दोनों ही कॉलम भरे पड़े है।
सिनेमाई जात है न, इनकी कोई विधारधारा नहीं है जहाँ से पैसा मिलेगा, वही नाच लेंगे। पैसा फेंक तमाशा देख वाली थीम पर चलते है।
भारत सरकार को कुछ विषय पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर क्रॉस लगा देना चाहिए, कोई समस्या है तो सेना के पास जाकर क्लियर करो...बाक़ी ये लोग ऐसे संवेदनशील विषयों को भी पब्लिसिटी का टूल बना लेंगे।
स्वरा को देख लीजिए, विपक्ष के लिए फ्री लांस के चक्कर में फ़िल्मी करियर खत्म कर लिया...अब टूल किट मेंबर बन बैठी है। इनकी फ़िल्मों को फ्लॉप करके भी कुछ न निकलेगा, बॉलीवुड में हिरोइन का करियर बेहद छोटा होता है।
2018 में करीना, सोनम, स्वरा ने तख्तियां उठाकर 'वीरे दी वेडिंग' हिट करवा ली। पीआर एजेंसी बहुत बारीकी से मामले संभालती है। वक्त और माहौल के अनुरूप स्टंट तैयार करती है।
देश में माहौल बदल रहा है
लेकिन बेहद स्लो है😊
Peace if possible, truth at all costs.