दुश्मन के ‘हौसले’ को पस्त कर देगी ‘आकाश’ मिसाइल

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 भारतीय वायु सेना को आज ‘आकाश’ मिसाइल का बहुप्रतीक्षित गिफ्ट रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर के हांथों मिला। धरातल से हवा में मार करने वाली इस सुपरसोनिक मिसाइल के वायुसेना में शामिल हो जाने से,एयरफ़ोर्स की ताकत में खासा बढ़ गयी है। गौरतलभ है की यह मिसाइल अब तक केवल इंडियन आर्मी में ही शामिल थी। IAF 1000 आकाश मिसाइलों की मांग काफी समय से रक्षा मंत्रालय से करता रहा है। ये हैं आकाश मिसाइल के स्पेशल फीचर्स,जो दुश्मन को नेस्तनाबूत करने में सक्षम हैं।

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"आकाश मिसाइल को इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) के अंतर्गत निर्मित किया गया है। इस प्रोग्राम के तहत पृथ्वी,अग्नि,त्रिशूल और नाग मिसाइल का भी निर्माण किया जा चुका है।इस स्पेशल मिसाइल के सरफेश टू एयर मिसाइल (SAM) सिस्टम में एक लांचर,कंट्रोल सेंटर,एक इंटीग्रल मिशन गाइडेंस सिस्टम,एक मल्टीफंक्शनल फायर कंट्रोल राडार सिस्टम और डिजिटल ऑटो पायलट शामिल है।"
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यह मिसाइल 720 किलो वजनी और करीब 5.75 मीटर लंबी है.इसके निर्माण में भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (BEL),भारत डायनामिक्स लिमिटेड(BDL) औऱ डीआरडीओ के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर ने भी प्रमुख योगदान दिया है।आकाश मिसाइल सिस्टम के 92 फीसदी कंपोनेंट देश में ही बने हैं,इसे एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का एक नायाब उदाहरण माना जा रहा है। इसके ज्यादातर पार् BEL,DRDO,लार्सेन एंड टुब्रो,R&DE पुणे और LRDE बेंगलोर आदि कई निजी कंपनियों ने विकसित किये हैं।
 
इस स्वदेशी मिसाइल के निर्माण में देश ने करीब 30 हजार करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा बचाई है। मेक इन इंडिया की दिशा में यह कदम सराहनीय है.अब देश में ही रक्षा उत्पादन होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।ध्वनि से लगभग तीन गुना यानी 2.8 मैक से 3.5 मैक की गति से यह सुपरसोनिक मिसाइल,30-35 किलोमीटर की रेंज और समुद्र तल से 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर दुश्मन के फाइटर एयरक्राफ्ट और यूएवी को तबाह कर सकती है।
आकाश मिसाइल की मारक प्रायिकता 88% है।परन्तु पहली मिसाइल के लांच करने के 5 सेकेण्ड के भीतर अगली मिसाइल लांच करने की योग्यता के कारण टार्गेट को ध्वस्त करने की संभावना 98.5% तक बढ़ जाती है।मिसाइल में ख़ास तौर पर रामजेट प्रोपल्शन सिस्टम से शक्तियुक्त किया गया है,जिसके प्रभाव से यह सुपरसोनिक स्पीड से किसी भी मिसाइल को इन्टरसेप्ट कर सकता है।
"इसकी सबसे बड़ी ताकत राजेन्द्र रडार है जो 100 किमी. की रेंज में एक साथ 40 टारगेट को ट्रैक कर सकता है। इससे आकाश की और भी मारक होकर दुश्मन को क्षण भर में बर्बाद कर देगी।आकाश मिसाइल को इस भाँति डिजाइन किया गया है,जिससे इसे किसी भी स्टैटिक और मोबाइल प्लेटफॉर्म जैसे बैटल टैंक और व्हील्ड ट्रकों से प्रक्षेपित किया जा सकता है। इसके कारण मल्टीपल टार्गेट को एक साथ निशाना बनाया जा सकेगा।"
इसे किसी भी मौसम में प्रक्षेपित किया जा सकेगा.यह 60 किलोग्राम वजनी परम्परागत और न्यूक्लीयर वॉरहेड्स को एक साथ ले जा सकती है।

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