महाराष्ट्र के नासिक जिले में होने वाले कुंभ मेले में करीब 2600 करोड़
रुपए खर्च हो रहे हैं। जिसमें करीब 1200 करोड़ रुपए महापालिका और शेष 1400
करोड़ रुपए जिला प्रशासन की तरफ से खर्च हो रहे हैं। कुम्भ के लिए 105
किलोमीटर का रास्ता बनाया गया है। जिसमें 3 रिंग रोड भी शामिल है जो नासिक
शहर के बाहर है जिससे शहर का ट्रैफिक कम हो, साथ ही 4 नए पुल बनाए गए हैं।
साधुओं के रहने के लिए प्रशासन ने नासिक के तपोवन में साधू ग्राम बनाया है, जहां करीब 3 लाख साधुओं के रहने का इंतजाम किया है। इस कुंभ मेले में करीब 5 करोड़ लोगों के आने की सम्भावना है । अगर आस्ट्रेलिया के जनसंख्या की बात की जाए तो करीब 2 करोड़ है यानि महाकुंभ के दौरान नासिक में आस्ट्रेलिया जैसी आबादी का दो शहर समाहित होगा। आगामी 14 जुलाई को ध्वजारोहण के साथ ही नासिक में कुंभ मेला शुरु हो जाएगा। मेले के लिए 3 हजार फेरी बसों में कम्युनिटी रेडियो लगाया जाएगा जिससे शहर के भीतर की किसी भी जानकारी को जिला प्रशासन मेला यात्रियों को तुरंत बता पाएगा।
लगेंगे 650 सीसीटीवी कैमरे
कुम्भ मेले की निगरानी के लिए 650 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसमें करीब 400 सीसीटीवी नासिक शहर के लिए और 250 सीसीटीवी कैमरे त्रयम्बकेश्वर में लगाए जाएंगें। सारे सीसीटीवी की लाइव फीड जिला प्रशासन और कमिश्रर के आफिस में होगी ,वहीं नासिक ग्रामीण के सभी 250 सीसीटीवी कैमरे की लाइव फीड पुलिस अधीक्षक नासिक ग्रामीण के आफिस में होगी।
5500 अस्पतालों में 24 घंटे अलर्ट
नासिक के सभी 5500 अस्पतालों को जिला प्रशासन ने चिंहित किया है, जिन्हें 24 घंटे एलर्ट पर रखा जायेगा। कुंभ मेला की जानकारी के लिए प्रशासन ने कुंभमेला की वेबसाइट भी बनाई है। साथ ही कुंभ मेला का मोबाइल एप भी है । कुंभ मेला के दौरान पूरे नासिक में एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है , जहां से लगातार लोगों को जानकारी मिलेगी। साथ ही प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों चिंहित कर लिया है।
मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए 50 हजार सुरक्षाकर्मी
पूरे मेला क्षेत्र में पंचवटी से लेकर त्रयम्बकेश्वर तक करीब 50 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगें। नासिक जिले की पुलिस के अलावा दूसरे जिले से करीब 15 हजार पुलिस वालों को बुलाया गया है ,साथ ही एसआरपीएफ के साथ क्विक रिस्पांस टीम (क्युआरटी), सीआईडी और स्पेशल ब्रांच के लोग होंगें। जिला प्रशासन ने नासिक के सेना कैंप देवलाली से भी सम्पर्क किया है और किसी अनहोनी घटना से निपटने के लिए सेना से मदद भी मांगी है । जहां कुंभ मेला का आयोजन होता है वहां के प्रशासन से नासिक जिला प्रशासन हमेंशा सम्पर्क में रहेगा । नासिक में लगने वाले इस महाकुंभ में पहली बार कुंभ मेला के लिए आए लोगों का पहली बार इलेक्ट्रानिक गिनती होगी जिसके लिए जिला प्रशासन ने मोबाइल टावर का सहारा लिया है।
प्रशासन ने संपर्क के 6 तरीके अपनाए
किसी भी तरीके के सम्पर्क ( कम्युनिकेशन ) के लिए 6 तरीके जिला प्रशासन ने अपनाए हैं जिसमें , मोबाइल फोन , लैंड लाइन , वायरलेस , आय.पी. सेट , हैम रेडियो, कम्युनिटी रेडियो है । पूरे कुंभ मेला के लिए मल्टी कैमरे का सेटअप लगाया जाएगा जिसका आउटपुट मीडिया को मिलेगा। शाही स्नान के 24 घंटे पहले से ही शहर के भीतर प्राइवेट वाहनों के आने पर रोक लगेगी प्राइवेट वाहनों के लिए शहर के करीब 25 किलों मीटर दूर पार्किंग बनाई गई है जिसकी छमता करीब 80 हजार है । यहां से फेरी बसों की व्यवस्था की गई है, जहां से कुंभ मेला के लिए आएंगी और कुंभ मेला स्नान स्थल से ही 4 किलो मीटर दूर ही बसों को अनुमति है और उसके बाद करीब 4 किलोमीटर स्नान के लिए पैदल चलना होगा । शहर में आने वाले सभी 7 प्रमुख रास्तों के लिए पुराने घाटों को छोड़कर करीब 7 नए पक्के घाट बनाए गए हैं ताकि भीड़ एक जगह इकठ्ठा ना हो पाए । सभी घाटों के लिए इंट्रेंस और एक्जिट प्वाइंट अलग अलग बनाए गए हैं।
शाही स्नान की तारीख:-
वैष्णव संप्रदाय ( पंचवटी )
पहला- 29 अगस्त शनिवार
दूसरा- 13 सितंबर रविवार
तीसरा- 18 सितंबर शुक्रवार
शैव संप्रदाय ( त्रयम्बकेश्वर)
29 अगस्त
13 सितंबर
25 सितंबर
साधुओं के रहने के लिए प्रशासन ने नासिक के तपोवन में साधू ग्राम बनाया है, जहां करीब 3 लाख साधुओं के रहने का इंतजाम किया है। इस कुंभ मेले में करीब 5 करोड़ लोगों के आने की सम्भावना है । अगर आस्ट्रेलिया के जनसंख्या की बात की जाए तो करीब 2 करोड़ है यानि महाकुंभ के दौरान नासिक में आस्ट्रेलिया जैसी आबादी का दो शहर समाहित होगा। आगामी 14 जुलाई को ध्वजारोहण के साथ ही नासिक में कुंभ मेला शुरु हो जाएगा। मेले के लिए 3 हजार फेरी बसों में कम्युनिटी रेडियो लगाया जाएगा जिससे शहर के भीतर की किसी भी जानकारी को जिला प्रशासन मेला यात्रियों को तुरंत बता पाएगा।
लगेंगे 650 सीसीटीवी कैमरे
कुम्भ मेले की निगरानी के लिए 650 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसमें करीब 400 सीसीटीवी नासिक शहर के लिए और 250 सीसीटीवी कैमरे त्रयम्बकेश्वर में लगाए जाएंगें। सारे सीसीटीवी की लाइव फीड जिला प्रशासन और कमिश्रर के आफिस में होगी ,वहीं नासिक ग्रामीण के सभी 250 सीसीटीवी कैमरे की लाइव फीड पुलिस अधीक्षक नासिक ग्रामीण के आफिस में होगी।
5500 अस्पतालों में 24 घंटे अलर्ट
नासिक के सभी 5500 अस्पतालों को जिला प्रशासन ने चिंहित किया है, जिन्हें 24 घंटे एलर्ट पर रखा जायेगा। कुंभ मेला की जानकारी के लिए प्रशासन ने कुंभमेला की वेबसाइट भी बनाई है। साथ ही कुंभ मेला का मोबाइल एप भी है । कुंभ मेला के दौरान पूरे नासिक में एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है , जहां से लगातार लोगों को जानकारी मिलेगी। साथ ही प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों चिंहित कर लिया है।
मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए 50 हजार सुरक्षाकर्मी
पूरे मेला क्षेत्र में पंचवटी से लेकर त्रयम्बकेश्वर तक करीब 50 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगें। नासिक जिले की पुलिस के अलावा दूसरे जिले से करीब 15 हजार पुलिस वालों को बुलाया गया है ,साथ ही एसआरपीएफ के साथ क्विक रिस्पांस टीम (क्युआरटी), सीआईडी और स्पेशल ब्रांच के लोग होंगें। जिला प्रशासन ने नासिक के सेना कैंप देवलाली से भी सम्पर्क किया है और किसी अनहोनी घटना से निपटने के लिए सेना से मदद भी मांगी है । जहां कुंभ मेला का आयोजन होता है वहां के प्रशासन से नासिक जिला प्रशासन हमेंशा सम्पर्क में रहेगा । नासिक में लगने वाले इस महाकुंभ में पहली बार कुंभ मेला के लिए आए लोगों का पहली बार इलेक्ट्रानिक गिनती होगी जिसके लिए जिला प्रशासन ने मोबाइल टावर का सहारा लिया है।
प्रशासन ने संपर्क के 6 तरीके अपनाए
किसी भी तरीके के सम्पर्क ( कम्युनिकेशन ) के लिए 6 तरीके जिला प्रशासन ने अपनाए हैं जिसमें , मोबाइल फोन , लैंड लाइन , वायरलेस , आय.पी. सेट , हैम रेडियो, कम्युनिटी रेडियो है । पूरे कुंभ मेला के लिए मल्टी कैमरे का सेटअप लगाया जाएगा जिसका आउटपुट मीडिया को मिलेगा। शाही स्नान के 24 घंटे पहले से ही शहर के भीतर प्राइवेट वाहनों के आने पर रोक लगेगी प्राइवेट वाहनों के लिए शहर के करीब 25 किलों मीटर दूर पार्किंग बनाई गई है जिसकी छमता करीब 80 हजार है । यहां से फेरी बसों की व्यवस्था की गई है, जहां से कुंभ मेला के लिए आएंगी और कुंभ मेला स्नान स्थल से ही 4 किलो मीटर दूर ही बसों को अनुमति है और उसके बाद करीब 4 किलोमीटर स्नान के लिए पैदल चलना होगा । शहर में आने वाले सभी 7 प्रमुख रास्तों के लिए पुराने घाटों को छोड़कर करीब 7 नए पक्के घाट बनाए गए हैं ताकि भीड़ एक जगह इकठ्ठा ना हो पाए । सभी घाटों के लिए इंट्रेंस और एक्जिट प्वाइंट अलग अलग बनाए गए हैं।
शाही स्नान की तारीख:-
वैष्णव संप्रदाय ( पंचवटी )
पहला- 29 अगस्त शनिवार
दूसरा- 13 सितंबर रविवार
तीसरा- 18 सितंबर शुक्रवार
शैव संप्रदाय ( त्रयम्बकेश्वर)
29 अगस्त
13 सितंबर
25 सितंबर
Peace if possible, truth at all costs.